नाले से भी गंदा था पानी, यहां एक शख्स ने साफ करवा दी 160 KM लंबी नदी
जालंधर।पंजाब के होशियारपुर में बहती काली बीन नदी कभी बेहद प्रदूषित थी। नहाना छोड़िए, 40 गांवों के लोग उसमें कूड़ा डालने लगे थे। लेकिन एक व्यक्ति की पहल ने उस नदी को स्वच्छ करवा दिया। वह शख्स कोई और नहीं पर्यावरण कार्यकर्ता और सिख धर्मगुरू बलबीर सिंह सीचेवाल हैं। उन्हें इस काम के लिए ‘हीरोज आफ एन्वायरनमेंट’ की लिस्ट में शुमार किया गया। कैसे साफ़ करवा दी 160 किमी लंबी नदी…
ऐसे साफ की नदी
– 40 गांव की नालियों का गंदा पानी लोग नदी में मिलाते थे। इससे यह एक गंदे नाले में बदल गई थी। नतीजतन आस-पास के खेतों को पानी नहीं मिल पाता था।
– साल 2000 में पर्यावरण कार्यकर्ता बलबीर सिंह सीचेवाल ने इस नदी को साफ करने का काम शुरू किया था।
– उन्होंने अपने साथी और सहयोगी स्वयं सेवकों के साथ मिलकर सबसे पहले इसके तटों का निर्माण किया और नदी के किनारे-किनारे सड़कें बनाई।
– सीचेवाल ने लोगों के बीच जनजागृति अभियान चलाया। इसके तहत लोगों से अपना कूड़ाकरकट कहीं और डालने को कहा गया।
– नदी में मिलने वाले गंदे नालों का रुख मोड़ा गया और सबसे बड़ी बात, नदी के किनारे बसे लोगों को इसकी पवित्रता को लेकर जागरुक किया गया।
– जिस नदी के किनारे खड़े होने पर लोगों को नाक पर रुमाल रखना पड़ता था, अब उसी नदी के किनारे लोग पिकनिक मनाते हैं।
क्यों खास है ये नदी
– काली बीन नदी होशियारपुर जिले में 160 किलोमीटर क्षेत्र में बहती है।
– यह वही काली बीन नदी है, जिसके किनारे 500 साल पहले गुरु नानक देव को अंतर्ज्ञान प्राप्त हुआ था और वे नानक से गुरु नानक के रूप में पहचाने जाने लगे थे।कौन हैं बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल
– बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल पंजाब के धर्मगुरु और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं।
– सीचेवाला के फॉलोअर दुनियाभर में मौजूद हैं। वे अक्सर पर्यावरण को लेकर अभियान चलाते हैं।
– टाइम मैग्जीन सीचेवाल को दुनिया भर से चुने गए 30 हीरोज आफ एन्वायरनमेंट में शामिल कर चुकी हैं।