सूडान से रेस्क्यू हुए 360 भारतीय दिल्ली पहुंचे:एयरपोर्ट पर बच्ची बोली- हम वहां किसी भी पल मारे जा सकते थे
सूडान में सिविल वॉर के बीच ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों को निकाला जा रहा है। इसके दूसरे दिन बुधवार देर रात 360 नागरिकों का पहला बैच नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। एयरपोर्ट पर लोगों ने ‘भारत माता की जय, इंडियन आर्मी जिंदाबाद, पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाए। रेस्क्यू की गई की एक बच्ची ने कहा- हम वहां किसी भी पल मारे जा सकते थे।
26 अप्रैल को सुबह तक तीन बैच में 561 नागरिकों को सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचा गया था। बुधवार रात 136 भारतीयों का चौथा बैच C-130J एयरक्राफ्ट से और 297 भारतीयों का पांचवां बैच INS तेग से पोर्ट सूडान से जेद्दाह पहुंचा। अब तक कुल 994 भारतीयों को सूडान से निकाला जा चुका है। इनमें से 360 नागरिक भारत आ गए हैं।
दिल्ली लौटे भारतीय बोले- हम नहीं जानते थे कि हम में से कौन जिंदा रहेगा
रेस्क्यू के बाद भारत पहुंची ज्योती अग्रवाल ने एयरपोर्ट पर सूडान का हाल बताया। उसने कहा- हमें नहीं पता था कि हम में से कौन जिंदा रहेगा। हमने घरों को बमों से उड़ते हुए देखा। ऑफिस के साथियों को बंदूक की नोक पर बंधे हुए देखा। हम अपने साथ पैसे भी नहीं लाए क्योंकि वहां की सेना हमें लूट और मार सकती थी।
सूडान से नई दिल्ली एयरपोर्ट और पोर्ट जेद्दाह पहुंचे लोगों
INS सुमेधा और C-130J एयरक्राफ्ट से निकाले लोग
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत पहले बैच में 278 भारतीयों को नेवी के जहाज INS सुमेधा से सूडान पोर्ट से सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचाया गया। इसके बाद 148 और 135 भारतीयों को भारतीय वायु सेना के C-130J एयरक्राफ्ट से जेद्दाह लाया गया।
भारतीय बोले- जवानों ने सीने पर बंदूक तानी, बंधक बनाया और लूटा भी
दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही लोगों ने भारत माता की जय, इंडियन आर्मी जिंदाबाद के नारे लगाए। इस बीच, सूडान से निकाले गए भारतीयों ने आपबीती सुनाई। लौटने वाले एक युवक ने बताया कि हमें खाने के इंतजाम के लिए बहुत मुश्किल हो रही थी। ऐसा 2-3 दिनों तक जारी रहा। सूडान सैन्य बल के धड़े आरएसफ का टेंट हमारी कंपनी के पास लगाया गया था।
सुबह ही सुरक्षाबल कंपनी में घुस गए और हमारे साथ लूटपाट की। उन्होंने हमें 8 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। हमारे सीने पर राइफल रखी और हमें लूट लिया। हमारे मोबाइल-पैसे छीन लिए। एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि हम दूतावास के संपर्क में रहे और उन्हें बसों की व्यवस्था करने के लिए कहा; क्योंकि हमारे पास डीजल था। इसके बाद हमारे पास भारतीय नौसेना के लोग पहुंचे।
सूडान में अब तक 459 लोग मारे गए
सूडान में तख्तापलट के लिए सेना और पैरामिलिट्री फोर्स (RSF) के बीच 15 अप्रैल को लड़ाई शुरू हुई थी। वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, लड़ाई में अब तक 459 लोगों और सैनिकों की मौत हो चुकी है। 4,072 लोग घायल हुए हैं। वहीं सूडान में 4 हजार से ज्यादा भारतीय रहते हैं।
सूडान में 72 घंटे का सीजफायर 27 अप्रैल रात 12 बजे तक है। इस दौरान यहां से अन्य देशों को अपने नागरिकों को निकालने का समय है। हालांकि, संघर्ष विराम के बाद भी राजधानी खार्तूम समेत देश के अन्य हिस्सों में झड़पें जारी हैं।