स्पाई बैलून के बाद अमेरिका में दिखा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट:अलास्का के ऊपर 40 हजार फीट पर उड़ रहा था, फाइटर जेट ने मार गिराया

अमेरिका के लड़ाकू विमान ने शुक्रवार देर रात अलास्का के ऊपर उड़ रहे एक फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को मार गिराया है। इसकी जानकारी व्हाइट हाउस की तरफ से दी गई। नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि यह 40 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। हालांकि, ये कहां से आया और इसका मकसद क्या था, इसकी अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।

राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश पर अमेरिकी सेना ने यह कार्रवाई की। बाइडेन ने मीडिया से खुद इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मिशन सफल रहा। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब हाल ही में अमेरिकी जेट फाइटर ने चीनी स्पाई बैलून को मार गिराया था। इसके बाद अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ गया।

नॉर्थ पोल की तरफ जा रहा था, तभी मार गिराया
ये ऑब्जेक्ट अलास्का के ऊपर 64 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ रहा था। नॉर्थ पोल की तरफ जा रहा था। तभी इसे फाइजर जेट ने मार गिराया। अमेरिका के डिफेंस डिपार्टमेंट के अधिकारी ने कहा कि फ्लाइंग ऑब्जेक्ट समुद्र में गिरने पर टुकड़ों में टूट गया। जिसके बाद ये बैलून था, ड्रोन था या कोई और वस्तु, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।

पेंटागन के प्रवक्ता जनरल पैट राइडर ने बताया कि नॉर्थ पोल के नजदीक से ऑब्जेक्ट का कुछ मलबा रिकवर कर लिया गया है। इसे जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। फेडरल एविएसन एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि एक्शन लेने से पहले अलास्का के डेडहॉर्स के ऊपर अमेरिकी एयरस्पेस के करीब 10 स्क्वायर मील के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया था। वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्वीट कर फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को मार गिराने के फैसले का समर्थन किया है।

छोटी कार के आकार का था ये फ्लाइंग ऑब्जेक्ट
अमेरिका ने बताया कि यह फ्लाइंग ऑब्जेक्ट लगभग एक छोटी कार के आकार का था। स्पाई बैलून से काफी छोटा था। इसे किसने भेजा, इसकी अब तक जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने फ्लाइंग ऑब्जेक्ट में सर्विलैंस इक्विपमेंट नहीं होने का अनुमान लगाया है।

पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया कि F-22 फाइटर ने उस वस्तु को मार गिराने के लिए AIM-9X मिसाइल का इस्तेमाल किया। ये वही फाइटर जेट था, जिसका चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने में इस्तेमाल किया गया था।अमेरिका के मोंटाना शहर में 2 फरवरी को चीनी स्पाई बैलून नजर आया था। 5 फरवरी को अमेरिकी वायुसेना ने कैरोलिना तट के पास F-22 फाइटर जेट से इसे मार गिराया था। इसके नष्ट हो जाने के बाद बाइडेन ने अपने फाइटर पायलट्स को बधाई दी थी। अमेरिका की इस कार्रवाई पर चीन ने सख्त ऐतराज जताया था। चीन ने कहा था कि बैलून तबाह करके अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है। वहीं इस पूरे मामले के बाद अमेरिका ने कार्रवाई करते हुए चीन की 6 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया।

स्पाई बैलून को 28 जनवरी को अमेरिकी एयरपोर्ट जोन में दाखिल होते हुए देखा गया था। इसके बाद वह 2 फरवरी को ये मोटांना क्षेत्र में उड़ता दिखा था। यह अमेरिका का एक न्यूक्लियर मिसाइल क्षेत्र है। सेना को शक था कि बैलून जासूसी कर रहा है। यहां की जानकारियां चीन तक पहुंचा रहा है। इसी वजह से उस पर नजर रखी जा रही थी।

अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी ने पिछले बुधवार को दावा किया था कि स्पाई बैलून के जरिए चीन दुनियाभर के देशों की मिलिट्री साइट्स पर नजर रख रहा है। एजेंसी के मुताबिक, चीन ने ऐसे गुब्बारों के जरिए जिन देशों की जासूसी कराई, उनमें भारत भी शामिल है।