Health Tips: प्यार ही नहीं सेहत के लिए भी फायदेमंद है चॉकलेट, इन फायदों से कहीं आप अनजान तो नहीं

आज चॉकलेट डे है। वैलेंटाइन सप्ताह के तीसरे दिन यानी 9 फरवरी को चाॅकलेट डे के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन लोग चॉकलेट देकर अपनी भावनाएं जाहिर करते हैं। रिश्ते में मिठास और प्यार से जोड़कर चाॅकलेट को देखा जाता है लेकिन चॉकलेट का नाता केवल प्यार से ही नहीं है, बल्कि चॉकलेट सेहत से भी है। मीठी चाॅकलेट सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, दूध और अन्य चाॅकलेट की तुलना में  डार्क चॉकलेट खाना सेहत के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। डार्क चॉकलेट कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर है। डार्क चॉकलेट कोको के बीज से बनती है, जो एंटीऑक्सीडेंट के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। ल डार्क चॉकलेट हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है। चॉकलेट का सेवन आपके स्वास्थ्य में सुधार करता है।

चॉकलेट को लेकर हुए अध्ययन के मुताबिक, डार्क चॉकलेट में फ्लेवनॉल्स पाया जाता है। फ्लेवनॉल्स शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाने के लिए धमनियों की परत को उत्तेजित करती है। नाइट्रिक ऑक्साइड धमनियों को आराम देता है और रक्त प्रवाह के प्रतिरोध को कम करने में सहायक होता है। जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर का खतरा कम हो सकता है। कोको के बीज और डार्क चॉकलेट, रक्त प्रवाह और रक्तचाप के स्तर में सुधार कर सकते हैं

डार्क चॉकलेट त्वचा के लिए भी लाभकारी होती है। चॉकलेट में पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड त्वचा के लिए बहुत अच्छे हो सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले फ्लेवनॉल्स सूरज की किरणों से त्वचा की रक्षा करते हैं। त्वचा में रक्त प्रवाह में सुधार करने के लिए भी डार्क चॉकलेट असरदार है। साथ ही स्किन को हाइड्रेट बनाए रखने में भी डार्क चॉकलेट फायदेमंद है। त्वचा को स्वस्थ रखने और अंदरूनी पोषण के लिए चॉकलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।

मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में भी डार्क चॉकलेट सहायक है। डार्क चॉकलेट दिमाग की कार्यप्रणाली को बेहतर बना सकता है। अध्ययन के मुताबिक, लगभग 5 दिनों तक हाई फ्लेवनॉल कोको यानी डार्क चॉकलेट खाने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है।