पीआरडी जवान ने बिना ड्यूटी किए निकाला मानदेय:फर्जी साइन और मुहर से किया घोटाला

आगरा। आगरा में लोहामंडी थाने में तैनात पीआरडी जवान ने बिना ड्यूटी किए फर्जी तरीके से अपना मानदेय निकाल लिया। इसके लिए उसने थाना प्रभारी के नकली हस्ताक्षर और मुहर का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, उसने पुराने उपस्थिति रजिस्टर के पन्ने फाड़कर फेंक दिए, जिससे उसके खिलाफ कोई सबूत न बचे।
पीआरडी का जवान का नाम योगेंद्र सिंह है। आगरा में कुल 454 पीआरडी जवान तैनात हैं, जिनमें से 312 विभागीय और 142 गैर विभागीय ड्यूटी करते हैं। इन सभी को सरकार की ओर से 500 रुपए प्रतिदिन मानदेय दिया जाता है।
जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल के उपनिदेशक वी.सी. श्रीवास्तव ने बताया-फर्जी तरीके से मानदेय निकालने की शिकायत मिली थी। इसके बाद जिला युवा कल्याण अधिकारी और थाना लोहामंडी प्रभारी निरीक्षक को दो बार नोटिस भेजा गया, लेकिन तय समय में किसी ने जवाब नहीं दिया। इसके बाद बनी तीन सदस्यीय जांच टीम ने पूरे मामले की जांच की, जिसमें यह फजीर्वाड़ा सामने आया।
जांच में पीआरडी जवान योगेंद्र सिंह को दोषी पाया गया है, लेकिन अब जांच अधिकारी इस बात की भी पड़ताल कर रहे हैं कि बिना ड्यूटी किए मानदेय पास कैसे हुआ और इसमें कार्यालय के बाबू या अफसरों की क्या भूमिका रही।
उपनिदेशक वी.सी. श्रीवास्तव ने कहा- क्षेत्रीय अधिकारी और जिला युवा कल्याण अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि उनके हस्ताक्षर या अनुमोदन के बिना भुगतान कैसे हुआ ?
विभाग अब यह भी जांच कर रहा है कि जिले में ऐसे और कितने मामलों में फर्जी मानदेय निकाला गया है। जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है और पूरे मामले की जानकारी शासन को भेजी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई कर्मचारी इस तरह का घोटाला न कर सके।