बच्चे को कितने महीनों तक मातृ दूध प्राप्त करना चाहिए?

बच्चे को कितना समय मां का दूध पीना चाहिए?
मां का दूध एक अनमोल आहार है, जो शिशु के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह नन्हे बच्चों के लिए पोषण का सबसे अच्छा स्रोत होता है। कई शोध बताते हैं कि जन्म के कुछ महीनों तक बच्चे के लिए केवल मां का दूध ही सर्वश्रेष्ठ होता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि बच्चे को कितने समय तक मां का दूध पीना चाहिए?
शिशु के लिए मां का दूध फायदेमंद है
शिशु के लिए मां का दूध अत्यधिक फायदेमंद होता है। इसमें वे सभी पोषक तत्व होते हैं, जो एक नन्ही जान को स्वास्थ्य रूप से मजबूत बनाने के लिए आवश्यक होते हैं। मां के दूध में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिज होते हैं, जिनकी बच्चे को जरूरत होती है। इसलिए इसे खुराक में शामिल करना बहुत जरूरी है।
शुरुआत के पहले महीनों के लिए गाढ़ा दूध
शुरुआत के कुछ महीनों के लिए बच्चे को मां के मोटे दूध को खिलाना चाहिए। नवजात शिशु के लिए यह दूध आवश्यक रूप से बहुत ही पोषक होता है। यह उनके वजन को बढ़ाने में सहायक होता है और उन्हें मजबूत बनाता है। इस दौरान, बच्चे की हर प्रकार की पोषण संबंधी जरूरतें पूरी होती हैं।
कुछ माताएँ सालों तक दूध पिलाती हैं
यह भी देखने में आता है कि कई माताएँ अपने बच्चों को वर्षों तक दूध पिलाती रहती हैं। हालांकि यह स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अच्छे या बुरे होने का विषय हो सकता है। शिशु की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उसकी पोषण संबंधी आवश्यकताएँ भी बदलती हैं। समय के साथ-साथ उसे और भी खाद्य पदार्थों की आवश्यकता होती है।
माँ और यूनिसेफ का दृष्टिकोण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनिसेफ के अनुसार, बच्चे को जन्म के बाद पहले छह महीनों के लिए केवल मां का दूध देना चाहिए। इस समय के दौरान, बच्चे को सभी आवश्यक पोषण केवल मां के दूध से ही मिलते हैं। इसे विशेष रूप से इसीलिए कहा गया है क्योंकि इस चरण में बच्चे की वृद्धि और विकास के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण है।
माँ का दूध और पोषण
इस समय अल्पावधि में, बच्चे को केवल मां के दूध से सभी पोषण और ऊर्जा मिलती है। माँ का दूध बच्चे के लिए सबसे अच्छा आहार है, जिसमें प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिज होते हैं। इन सभी पोषक तत्वों की सही मात्रा बच्चे की विकास की गति को बना कर रखने में मदद करती है।
छह महीने के बाद पूरक आहार
छह महीने की उम्र के बाद, बच्चे को मां के दूध के साथ-साथ एक पूरक आहार शुरू करना चाहिए। यह आवश्यक है क्योंकि इस आयु में बच्चे की अन्य पोषण संबंधी जरूरतें बढ़ जाती हैं। इस दौरान, मां का दूध बच्चे की पोषण संबंधी जरूरतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाता है, लेकिन इसे केवल इसके साथ ही नहीं रखना चाहिए।
निष्कर्ष
बच्चे के पौष्टिक आहार में मां का दूध अनिवार्य रूप से महत्वपूर्ण होता है। यह आवश्यक है कि हर मां अपने बच्चे को उचित समय तक बच्चा दूध पिलाए। इस विषय में सही जानकारी और जागरूकता होना बहुत जरूरी है। विकल्पों का चुनाव करते समय प्रत्येक मां को यह समझना चाहिए कि उनके बच्चे के स्वास्थ्य का सबसे बड़ा आधार मां का दूध है।
अस्वीकरण
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे केवल एक सुझाव के रूप में लें। ऐसी किसी भी जानकारी को लागू करने से पहले, कृपया डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श करें।