क्यूबा: ह्यूमन राइट्स के सवालों से भड़के राउल, बोले- हमारे यहां पॉलिटिकल प्रिजनर्स नहीं
हवाना. बराक ओबामा और क्यूबाई शासक राउल कास्त्रो की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ तनातनी हुई। मीडिया के ह्यूमन राइट्स जैसे मुद्दे पर सवाल पूछने से राउल भड़क गए। ओबामा ने तनाव कम करने की कोशिश की। वहीं राउल ने विक्ट्री सेल्यूट करने के लिए ओबामा का हाथ उठाया लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। राउल बोले- क्यूबा में नहीं हैं पॉलिटिकल प्रिजनर्स…
– सोमवार को ओबामा और राउल ने ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
– प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में जोक्स से माहौल हल्का रखने की कोशिश की गई लेकिन बाद में तनाव हो गया।
– ऐसे मौके कम आए हैं जब राउल ने मीडिया के तीखे सवालों का जवाब दिया हो और उसका लाइव टेलिकास्ट हुआ हो।
– राउल क्यूबा की जेल में बंद पॉलिटिकल प्रिजनर्स (राजनीतिक बंदियों) के सवाल पर भड़क गए।
– उन्होंने कहा- ‘आप मुझे बताइए, कहां हैं पॉलिटिकल प्रिजनर्स? मुझे उनके नाम बताइए। जो जेल में हैं वो राजनीतिक बंदी नहीं बल्कि क्रिमिनल्स हैं।’
– ‘हमारी सरकार हेल्थ, एजुकेशन और वीमन इक्वलिटी के लिए काम करती है।’
– ‘हम अमेरिका की रेसिज्म (जातिवाद), पुलिस वॉयलेंस और गुआंतानामो बे जेल में कैदियों को टॉर्चर करने को क्रिटिसाइज करते हैं।’
– हालांकि बाद में ओबामा ने कहा- ‘अमेरिका डेमोक्रेसी में यकीन रखता है। हमारा भरोसा फ्रीडम ऑफ स्पीच, फ्रीडम ऑफ असेंबली और फ्रीडम ऑफ रिलीजन में है। ये सिर्फ अमेरिका में ही न हो, पूरी दुनिया में हो।’
ह्यूमन राइट्स पर क्या बोले राउल?
– प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में जोक्स से माहौल हल्का रखने की कोशिश की गई लेकिन बाद में तनाव हो गया।
– ऐसे मौके कम आए हैं जब राउल ने मीडिया के तीखे सवालों का जवाब दिया हो और उसका लाइव टेलिकास्ट हुआ हो।
– राउल क्यूबा की जेल में बंद पॉलिटिकल प्रिजनर्स (राजनीतिक बंदियों) के सवाल पर भड़क गए।
– उन्होंने कहा- ‘आप मुझे बताइए, कहां हैं पॉलिटिकल प्रिजनर्स? मुझे उनके नाम बताइए। जो जेल में हैं वो राजनीतिक बंदी नहीं बल्कि क्रिमिनल्स हैं।’
– ‘हमारी सरकार हेल्थ, एजुकेशन और वीमन इक्वलिटी के लिए काम करती है।’
– ‘हम अमेरिका की रेसिज्म (जातिवाद), पुलिस वॉयलेंस और गुआंतानामो बे जेल में कैदियों को टॉर्चर करने को क्रिटिसाइज करते हैं।’
– हालांकि बाद में ओबामा ने कहा- ‘अमेरिका डेमोक्रेसी में यकीन रखता है। हमारा भरोसा फ्रीडम ऑफ स्पीच, फ्रीडम ऑफ असेंबली और फ्रीडम ऑफ रिलीजन में है। ये सिर्फ अमेरिका में ही न हो, पूरी दुनिया में हो।’
ह्यूमन राइट्स पर क्या बोले राउल?
– ‘दुनिया में कितने देश ऐसे हैं जो पूरे 61 ह्यूमन राइट्स का पालन करते हैं? क्या आप ये जानते हैं? आप नहीं जानते लेकिन मैं जानता हूं।’
– ‘कोई भी देश ऐसा नहीं करता।’
ओबामा ने नहीं किया सेल्यूट
– ‘कोई भी देश ऐसा नहीं करता।’
ओबामा ने नहीं किया सेल्यूट
– प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक अजीब हादसा हुआ।
– राउल ने कॉन्फ्रेंस के अंत में ओबामा का हाथ उठाया कि वे विक्ट्री सेल्यूट करें।
– ओबामा ने सेल्यूट नहीं किया और हाथ हवा में ही रखा।
– राउल ने कॉन्फ्रेंस के अंत में ओबामा का हाथ उठाया कि वे विक्ट्री सेल्यूट करें।
– ओबामा ने सेल्यूट नहीं किया और हाथ हवा में ही रखा।
फिदेल से नहीं मिलेंगे ओबामा
– फिदेल से ओबामा का नहीं मिलना भी सुर्खियों में बना हुआ है। फिदेल अभी क्यूबा में ही हैं।
– हालांकि, इसकी वजह उनके खराब हेल्थ को बताया गया है।
– 2006 में फिदेल ने अपनी बिगड़ती हेल्थ के चलते अपने भाई राउल को टेम्पररी रूप से सत्ता सौंप दी थी।
– 2008 में उन्होंने पूरी तरह से सत्ता छोड़ दी।
– 88 साल के फिदेल अब कभी-कभार ही पब्लिक में आते हैं। अंतिम बार उन्हें फरवरी में देखा गया था।
– यूएस के डिप्टी नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर बेन रोड्स के मुताबिक, “फिदेल हमें ही नहीं, क्यूबाई लोगों को भी अब ज्यादा नहीं दिखते।”
– हालांकि, इसकी वजह उनके खराब हेल्थ को बताया गया है।
– 2006 में फिदेल ने अपनी बिगड़ती हेल्थ के चलते अपने भाई राउल को टेम्पररी रूप से सत्ता सौंप दी थी।
– 2008 में उन्होंने पूरी तरह से सत्ता छोड़ दी।
– 88 साल के फिदेल अब कभी-कभार ही पब्लिक में आते हैं। अंतिम बार उन्हें फरवरी में देखा गया था।
– यूएस के डिप्टी नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर बेन रोड्स के मुताबिक, “फिदेल हमें ही नहीं, क्यूबाई लोगों को भी अब ज्यादा नहीं दिखते।”
कैसे रहे हैं दोनों देशों के रिलेशन?
– 1960 के दशक में दोनों के बीच रिलेशन टूट गए। 1959 में कम्युनिस्ट रेवोल्यूशन के बाद अमेरिका ने क्यूबा पर बैन लगा दिया।
– इस बैन से अमेरिका को सालाना 1.2 बिलियन डॉलर नुकसान हुआ।
– 2014 में ओबामा ने दोनों देशों के बीच इकोनॉमिक और डिप्लोमेटिक रिलेशन सुधारने की बात कही।
– करीब एक साल तक कनाडा और वेटिकन में दोनों देशों के बीच खुफिया बातचीत हुई। खुद पोप फ्रांसिस इसमें इन्वॉल्व थे।
– बातचीत का मकसद क्यूबा से आतंक को बढ़ावा देने वाले देश का ठप्पा हटाना, क्यूबा में यूएस सिटिजन आने पर लगी रोक को हटाना और इकोनॉमिक बैन हटाना था।
– अगस्त 2015 में अमेरिका ने क्यूबा में अपनी एम्बेसी फिर से शुरू की।
– सितंबर 2015 में क्यूबा ने अमेरिका में एम्बेसी फिर शुरू की।
– इस बैन से अमेरिका को सालाना 1.2 बिलियन डॉलर नुकसान हुआ।
– 2014 में ओबामा ने दोनों देशों के बीच इकोनॉमिक और डिप्लोमेटिक रिलेशन सुधारने की बात कही।
– करीब एक साल तक कनाडा और वेटिकन में दोनों देशों के बीच खुफिया बातचीत हुई। खुद पोप फ्रांसिस इसमें इन्वॉल्व थे।
– बातचीत का मकसद क्यूबा से आतंक को बढ़ावा देने वाले देश का ठप्पा हटाना, क्यूबा में यूएस सिटिजन आने पर लगी रोक को हटाना और इकोनॉमिक बैन हटाना था।
– अगस्त 2015 में अमेरिका ने क्यूबा में अपनी एम्बेसी फिर से शुरू की।
– सितंबर 2015 में क्यूबा ने अमेरिका में एम्बेसी फिर शुरू की।