इंग्लैंड के गेंदबाजी के फैसले पर दो दिग्गज भिड़े, वॉन ने की स्टोक्स की आलोचना
लीड्स । इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने लीड्स के हेडिंग्ल में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। अब इसकी खूब आलोचना हो रही है। इंग्लैंड से जुड़े दो दिग्गज ही आपस में भिड़ गए हैं। इंग्लिश टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन और मौजूदा इंग्लैंड टीम के गेंदबाजी सलाहकार टिम साउदी का इस मामले को लेकर बयान सामना आया है। वॉन ने पहले गेंदबाजी के फैसले की आलोचना की है, तो वहीं साउदी ने फैसले का बचाव किया है। भारत ने हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन तीन विकेट गंवाकर 359 रन बना लिए हैं। कप्तान शुभमन गिल 127 रन और उपकप्तान ऋषभ पंत 65 रन बनाकर नाबाद हैं। वहीं, यशस्वी जायसवाल ने 101 रन की पारी खेली। इसके अलावा केएल राहुल ने 42 रन बनाए, जबकि साई सुदर्शन खाता नहीं खोल सके।
पूर्व कप्तान माइकल वॉन हेडिंग्ले के सूखे विकेट पर पहले गेंदबाजी करने के इंग्लैंड के फैसले से हैरान हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा इंग्लैंड टीम का मजबूत पक्ष निश्चित रूप से उसकी बल्लेबाजी है, गेंदबाजी नहीं। वॉन ने बीबीसी टेस्ट मैच स्पेशल से कहा, ‘मैं पुराने जमाने का परंपरावादी हूं। यहां लीड्स में जब धूप खिली हो और मौसम शुष्क हो, तो आप बल्लेबाजी करते हैं। इंग्लैंड की मौजूदा टीम का मजबूत पक्ष बल्लेबाजी है। उसकी गेंदबाजी में इस समय अनुभव की कमी है। स्टोक्स को स्पष्ट रूप से अपनी अंदरूनी भावना का अहसास था और कभी-कभी यह कारगर भी रहा।’
स्टोक्स के 2022 में कप्तान और ब्रेंडन मैकुलम के कोच बनने के बाद से इंग्लैंड ने ज्यादातर टेस्ट में पहले फील्डिंग करना पसंद किया है। स्टोक्स का निर्णय इस मैदान के हालिया रिकॉर्ड से भी प्रभावित हो सकता है, जहां पिछले छह टेस्ट मैचों में पहले फील्डिंग करने वाली टीम ने मैच जीता है, लेकिन वॉन इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘आपको हमेशा उसी क्षण अपने निर्णय लेने होते हैं, न कि उन बातों के आधार पर जो आपने वर्षों पहले या अन्य समय में किए थे। अतीत के फैसलों का मौजूदा स्थिति में लिए गए फैसलों पर कोई असर नहीं पड़ता। यह पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी है। इसमें रन रोकना आसान नहीं है।’
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी सलाहकार टिम साउदी ने कप्तान बेन स्टोक्स के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि शुरूआती सत्र में पिच गेंदबाजों के अनुकूल होगी, लेकिन भारत के युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके उन्हें निराश कर दिया। साउदी ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘विकेट का रंग और उसमें थोड़ी नमी को देखते हुए अगर थोड़ी मदद मिलती तो शायद इसका प्रभाव देखने को मिलता। यह फैसला इसी पर आधारित था।’
उन्होंने कहा, ‘जब आप पिच का आकलन करते हैं तो उसी के आधार पर फैसला करते हैं। यह जरूरी नहीं है कि हर बार आपका फैसला सही हो।’ न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ने हालांकि भारतीय बल्लेबाजों को परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने और इंग्लैंड के फैसले को गलत साबित करने का पूरा श्रेय दिया। साउदी ने कहा, ‘भारतीय सलामी बल्लेबाजों को श्रेय जाता है। उन्होंने पहले घंटे में अच्छा प्रदर्शन किया। केएल राहुल ने अच्छी पारी खेली और यशस्वी जायसवाल ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने शानदार खेल दिखाया। गिल की पारी परिस्थितियों को देखते हुए विशेष रूप से प्रभावशाली थी। उनके बल्लेबाजों ने भले ही बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली हो, लेकिन वे निश्चित रूप से प्रतिभाशाली हैं।’