रातभर एसी में सोने से पहले जरूर कर लें ये काम, नहीं तो झेलना पड़ सकता है सेहत को भारी नुकसान

इन दिनों रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। कमरे में बिना एसी और पंखे के एक मिनट भी टिक पाना मुश्किल हो रहा है। कई जगहों पर तापमान 45 डिग्री के भी पार चला गया है। भयंकर गर्मी से राहत पाने के लिए लोग दिनरात एसी में बिता रहे हैं। एयर कंडीशन में सोने से चैन की नींद तो आती है लेकिन सेहत को कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। पूरी रात एयर कंडीशनर (एसी) में सोने से स्किन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए जो लोग रातभर एसी चलाकर सोते हैं उन्हें ये एक उपाय जरूर कर लेना चाहिए। इससे आपकी सेहत भी ठीक रहेगी और रातभर चैन की नींद सो पाएंगे।
रातभर एसी में सोने से सेहत पर असर
दरअसल रातभर एसी चलाकर सोने से गर्मी से राहत तो मिल जाती है लेकिन इसके कई साइड इफेक्ट भी झेलने पड़ सकते हैं। लंबे समय तक एसी में रहने का असर हमारी त्वचा पर पड़ता है क्योंकि एसी गर्मी की गर्मी और नमी दोनों को खीच लेता है। जिससे स्किन ड्राई होने लगती है। लिप्स ड्राई हो सकते हैं। नाक सूखने लगती है और आंखों में जलन हो सकती है। सुबह उठने पर गले में खराश या जलन भी हो सकती है। खासतौर से साइनस की समस्या से परेशान रहने वालों को रातभर एसी में सोने से सुबह दिक्कत होने लगती है।
एसी में सोने वाले जरूर कर लें ये उपाय
इन समस्याओं से बचने के लिए आपको एक छोटा सा उपाय जरूर करना है। जिस कमरे में आप रातभर एसी में सोते हैं वहां 1 बाल्टी में पानी भरकर जरूर रख लें। इससे हवा में ड्राईनेस कम होगी। अउ में पानी नेचुरल ह्यूमिडिफायर का काम करता है। जब पानी धीरे-धीरे वाष्पीकृत होने लगता है तो कमरे में नमी बनी रहती है। इससे त्वचा की ड्राईनेस कम होती है। सांस लेना आसान हो जाता है और रात में बेहतर नींद आती है। सोते वक्त जब कमरे में नमी रहती है तो आपके शरीर को ज्यादा अच्छा महसूस होता है। जिससे आप अगली सुबह खुद को एकदम तरोताजा महसूस करते हैं।
कमरे में बनी रहेगी खुशबू
ये एसी से होने वाले नुकसान को कम करने का अच्छा तरीका है। काफी कम खर्चे में आप कमरे में मॉइश्चर लेवल को बनाए रख सकते हैं। कोशिस करें कि पानी की बाल्टी को खिड़की के नजदीक या जहां हवा अच्छी आ रही हो वहां रखें। आप इसमें कुछ बूंदें एसेंशियल आॅयल या नींबू के छिलके डाल भी रख सकते हैं। इससे कमरें में हल्की खुशबू भी बनी रहेगी। हालांकि पानी को बदलना न भूलें क्योंकि जमा पानी में मच्छर तेजी से पनपते हैं।