सबालेंका फ्रेंच ओपन के फाइनल में, डिफेंडिंग चैंपियन स्वियातेक को हराकर चौंकाया
पेरिस। दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी एरिना सबालेंका ने इगा स्वियातेक के फ्रेंच ओपन टेनिस टूनार्मेंट में 26 मैच में जीत के अभियान को विराम लगाते हुए गुरुवार को महिला एकल फाइनल में जगह बनाई। सबालेंका ने स्वियातेक को रोलां गैरो पर हुए सेमीफाइनल मुकाबले में तीन सेट में 7-6, 4-6, 6-0 से हराकर पेरिस में पहली बार फाइनल में प्रवेश किया।
सबालेंका की जीत ने स्वियातेक को 1968 में प्रतियोगिता में पेशेवर खिलाड़ियों को प्रवेश की स्वीकृति दिए जाने के बाद से इस क्ले-कोर्ट ग्रैंड स्लैम टूनार्मेंट में लगातार चार खिताब जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनने से रोक दिया। इससे सबालेंका को अपना चौथा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने का मौका भी मिलेगा। सबालेंका ने अब तक अपने तीनों ग्रैंडस्लैम खिताब हार्ड कोर्ट पर जीते हैं जिसमें दो आॅस्ट्रेलियाई ओपन और एक अमेरिकी ओपन खिताब शामिल है।
बेलारूस की 27 वर्षीय सबालेंका ने कहा, ‘यह अविश्वसनीय लगता है लेकिन मैं यह भी समझती हूं कि काम अभी खत्म नहीं हुआ है।’ उन्होंने कहा, ‘वह सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वी है, विशेषकर क्ले कोर्ट पर, खासकर रोलां गैरो पर। मुझे गर्व है कि मैं यह जीत हासिल करने में सक्षम थी। यह एक कठिन मुकाबला था लेकिन मैं किसी तरह इसे जीतने में कामयाब रही।’
सबालेंका का सामना शनिवार को होने वाले फाइनल में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी कोको गॉफ और 361वीं रैंकिंग वाली वाइल्ड कार्ड धारक लोइस बोइसन के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।
इटली की तीसरी वरीयता प्राप्त सारा इरानी और एंड्रिया वावसोरी की जोड़ी ने फ्रेंच ओपन के मिश्रित युगल वर्ग के फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त टेलर टाउनसेंड और इवान किंग की अमेरिका की जोड़ी को शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया। इटली की जोड़ी ने बृहस्पतिवार को यहां सीधे सेटों में 6-4, 6-2 से आसान जीत दर्ज की। पिछले साल अमेरिकी ओपन जीतने के बाद यह उनका दूसरा बड़ा खिताब था। इरानी के लिए पेरिस में यह दूसरा बड़ा खिताब है। उन्होंने पिछले साल हमवतन जैस्मीन पाओलिनी के साथ महिला युगल में ओलंपिक स्वर्ण जीता था।