नाबालिग बच्चों ने गणेश पंडाल से पहले संघ की शाखा पर भी फेंके थे पत्थर, फेसबुक पोस्ट के जरिए पहले से चल रही तनातनी

लखनऊ के चिनहट एरिया में बने गणेश पंडाल पर पत्थरबाजी की गई। इसमें पकड़े गए 11 लोगों में से 4 नाबालिग बच्चे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां भी सूरत की तरह नाबालिगों से पत्थरबाजी कराकर उपद्रव फैलाने की प्लानिंग थी।

इससे पहले चिनहट इलाके में ही संघ की शाखा पर पत्थर फेंके गए थे, उसमें भी नाबालिग बच्चे शामिल थे। यही वजह है, कि स्थानीय लोग इसे गंभीर मुद्दा बता रहे हैं। लोगों को शक है कि कोई व्यक्ति है, जो लड़कों का ब्रेन वॉश करके पत्थरबाजी करा रहा है।

सूरत में भी नाबालिग लड़कों ने की पत्थरबाजी सूरत के सैयदपुरा में गणपति उत्सव में कुछ नाबालिग लड़कों ने पंडाल पर पत्थर फेंके थे। इससे गणेशजी की मूर्ति खंडित हो गई थी। पथराव की घटना के 27 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिसमें कई नाबालिग बच्चे शामिल थे। इनकी उम्र महज 12-13 साल है।

इसी तरहसे लखनऊ में नाबिलग लड़कों ने पत्थर फेंके। मामले में नाबालिग लड़कों का ब्रेन वॉश करने वाले को पुलिस खोज रही है। लोगों का मानना है कि कोई इन नाबालिग लड़कों का सूत्रधार है, जिसने इन्हें उकसाकर पथराव कराया।

चिनहट की छोहरिया माता मंदिर पर चुके पथराव 27 जुलाई को चिनहट इलाके में स्थित छोहरिया माता मंदिर में कुछ लोगों ने संघ की शाखा पर पथराव किया था। दोबारा शाखा न लगाने की धमकी देकर भाग गए थे। उस मामले में भी नाबालिगों का नाम सामने आया था।

एक आरोपी को पुलिस ने जेल भेजा था, जबकि नाबालिग को हिदायत देकर छोड़ दिया था। अब गणेश पंडाल पर भी नाबालिग लड़कों द्वारा किए गए पथराव को इलाके के लोग सोची-समझी साजिश बता रहे हैं। उनका कहना है, कि कोई व्यक्ति है, जो इन सबसे यह सब करवा रहा है। नाबालिग होने की वजह से ये आरोपी बच जाते हैं।

इलाके में लगाए गए CCTV ACP राधा रमण सिंह का कहना है कि घटना के बाद से मौके पर पुलिस फोर्स तैनात है। माहौल न खराब हो, इसलिए शिफ्ट बदलकर ड्यूटी लगाई जा रहा है। इलाके में कैमरे भी लगवा दिए गए हैं, जिससे निगरानी की जाएगी। दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।

इलाके में 30 प्रतिशत हिंदू गंगा विहार में जिस जगह पर पथराव हुआ हैं, वहां पर 70 प्रतिशत मुस्लिम जबकि 30 प्रतिशत हिंदु लोग रहते हैं। हिंदुओं का मानना है कम संख्या होने की वजह से विशेष समुदाय के लोग ऐसा कर रहे हैं। दो दिन बाद इनके त्योहार हैं, इसलिए माहौल बना रहे हैं।