मथुरा में शाम छह बजे तक 49.49 फीसदी मतदान
हेमा सहित 15 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद
मथुरा। मथुरा लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को मथुरा संसदीय सीट के लिए 15 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। शाम छह बजे तक 49.49 फीसदी मतदान हुआ, जो कि 2019 के मुकाबले 11.51 फीसदी कम है। मतदान कम होने के पीछे गर्मी और कई गांवों में मतदान बहिष्कार या देरी से शुरू होने की वजह बताई जा रही है। प्रशासन ने मतदान के लिए जनपद भर में 2128 बूथ बनाए थे। 1929549 मतदाताओं में से 28.03 फीसदी पुरुष और 21.44 फीसदी महिला मतदाताओं ने मतदान किया। मतदान समाप्ति के बाद देर रात तक पोलिंग पार्टियों ने कृषि मंडी स्थित स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा करा दी। अब 4 जून को मतगणना के बाद ही तय होगा कि मथुरा से 18वां सांसद कौन होगा। सुबह साढ़े पांच बजे निर्वाचन कार्यालय की ओर से बूथों पर प्रत्याशियों व उनके एजेंट्स के सामने ईवीएम की मॉक पोल कराई। इस दौरान 40-40 वोट डाले गए। सब कुछ सही पाए जाने पर 7 बजे से मतदान शुरू कराया गया। हालांकि कुछेक बूथों पर ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। इससे मतदान कुछ समय प्रभावित हुआ। इधर, मतदाता पर्चियां न मिलने के कारण हजारों लोग वोट डालने से वंचित रह गए। सुबह 9 बजे 11.83 फीसदी वोट पड़ने का आंकड़ा सामने आया। इसके बाद जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ी मतदाताओं के कदम भी रुक गए। लोग शाम को मौसम का रुख नरम होने का इंतजार कर रहे थे। मगर, चार बजे बाद छाए बादलों ने फिर से कदम रोक दिए। शाम छह बजे तक सिर्फ 49.49 फीसदी मतदान हुआ। मतदान के दौरान जिलेभर के मतदाताओं के मन में स्थानीय मुद्दे हावी रहे। मांट विधानसभा क्षेत्र के नंद नगरिया, इरौली जुन्नारदार, बसाऊ, पीरी, नंद नगरिया, सैदगढ़ी, बलदेव विधानसभा क्षेत्र के नगला चिकन, भरऊअर, खप्परपुर, नगला अकोस, गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र में मुखराई, कोन्हई, बंडपुरा, छाता के देवपुरा आदि इलाकों में लोगों ने विकास कार्य न होने की नाराजगी के चलते मतदान का बहिष्कार कर दिया। हालांकि समझाने के बाद कुछ जगह दोपहर तक मतदान शुरू हो पाया।
ईवीएम में तकनीकी खराबी से मतदान प्रभावित
ईवीएम में गड़बड़ी के चलते मथुरा के ब्लैक स्टोन गर्ल्स इंटर कॉलेज के एक बूथ पर मतदान सुबह 20 मिनट की देरी से शुरू हो सका। फरह के प्रेमदास सुखदास इंटर कॉलेज में एक बूथ पर ईवीएम की गड़बड़ी के चलते मतदान प्रभावित हुआ। छाता के प्राइमरी पाठशाला राकोली में एक बूथ पर ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से मतदान देरी से शुरू हो सका।
चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस, अधिकारियों ने किया दौरा
मतदान के दौरान 50 फीसदी मतदान केंद्रों की सीसीटीवी से निगरानी की गई। दूसरी ओर, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा और अधिकारियों ने जिलेभर में दौरा किया। एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ और मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने डीएम/जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के साथ जिलेभर के मतदान केंद्रों पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सुरक्षा के लिहाज से जिले को 35 जोन एवं 224 सेक्टरों में बांटा गया था। भयमुक्त और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए शासन ने 10 हजार सुरक्षाकर्मी लगाए थे। इसके अलावा चुनावी गतिविधियों पर निगहबानी के लिए 45 एफएसटी, 45 एसएसटी, 5 लेखा टीम, 5 वीडियो निगरानी टीम, 5 वीडियो अवलोकन टीम तथा 5 सहायक व्यय प्रेक्षक नियुक्त किए गए।
हर दो घंटे में चुनाव आयोग को दी सूचना
शुक्रवार को हुए मतदान पर चुनाव आयोग भी पैनी नजर गढ़ाए रहा। हर दो घंटे में मतदान के प्रतिशत के अलावा अन्य जरूरी जानकारियां चुनाव आयोग को दी जाती रही।
कई केंद्रों पर नहीं थे बिजली के वैकल्पिक इंतजाम
50 फीसदी मतदान कक्षों के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, हालांकि कई केंद्रों पर आदेशों के बावजूद बिजली के पर्याप्त इंतजाम दिखाई नहीं दिए। लाइट जाने के बाद गर्मी में ही लोग बूथ पर वोट डाल रहे थे। वहीं कई केंद्रों पर लोग धूप में ही अपनी बारी का इंतजार करने को मजबूर थे। इसके अलावा पेयजल की भी व्यवस्था करने का दावा किया गया था, लेकिन कहीं भी नहीं दिखी।
जिले का मतदान प्रतिशत
2024 में मतदान प्रतिशतः 49.49
2019 में मत प्रतिशतः 61
11.51 फीसदी घटा मतदान
इस प्रकार बढ़ा मतदान का ग्राफ
सुबह 9 बजेः 11.83
सुबह 11 बजेः 23.19
दोपहर 01 बजेः 32.69
दोपहर 03 बजेः 38.66
शाम 05 बजेः 47.18
शाम 06 बजेः 49.49
एक नजर आंकड़ों पर
1929549 जिले में मतदाता
1032370 पुरुष मतदाता
897114 महिला मतदाता
1103 मतदान केंद्र
2128 मतदान बूथ
2019 लोकसभा चुनाव के मतदान पर एक नजर
61 फीसदी मतदान
1786187 जिले में कुल मतदाता थे
962911 पुरुष मतदाता थे
823276 महिला मतदाता थीं