88 साल बाद किसी US प्रेसिडेंट की क्यूबा विजिट, फिदेल से नहीं मिलेंगे ओबामा
हवाना.बराक ओबामा क्यूबा के तीन दिन के ऐतिहासिक दौरे पर पहुंच गए। बड़ी बात है कि इस दौरे पर ओबामा की क्यूबा के एक्स प्रेसिडेंट फिदेल कास्त्रो से मुलाकात नहीं होगी। कास्त्रो शुरू से ही अमेरिका के सबसे बड़े विरोधी रहे हैं। ओबामा से पहले 1928 में यूएस प्रेसिडेंट केल्विन कूलिज यहां आए थे। ट्विटर पर स्पेनिश में लिखा- कैसे हो क्यूबा…
– राजधानी हवाना में कार में बैठते ही ओबामा ने ट्वीट किया- ‘कैसे हो क्यूबा? बस, अभी पहुंचा हूं। मीटिंग का दौर शुरू होगा और क्यूबा के लोगों से भी सीधे बात करूंगा।’
– ओबामा रविवार शाम क्यूबा पहुंचे। उनके साथ वाइफ मिशेल, दोनों बेटियां साशा-मालिया और मिशेल की मां मैरियन रॉबिन्सन भी हैं।
– ओबामा रविवार शाम क्यूबा पहुंचे। उनके साथ वाइफ मिशेल, दोनों बेटियां साशा-मालिया और मिशेल की मां मैरियन रॉबिन्सन भी हैं।
– हालांकि, एयरपोर्ट पर ओबामा को लेने क्यूबाई तानाशाह राउल कास्त्रो नहीं पहुंचे। फॉरेन मिनिस्टर ने उनका स्वागत किया।
– ओबामा की राउल से आज मुलाकात पॉसिबल है। लेकिन बड़ी बात ये कि वे क्यूबा के पूर्व शासक फिदेल कास्त्रो से बात नहीं करेंगे।
– ओबामा ने अमेरिकी एम्बेसी के स्टाफ से कहा, ‘ऐतिहासिक दौरा होने के साथ हमारे पास अपॉरच्युनिटी भी है।’
– हवाना में ओबामा अमेरिकी एम्बेसडर के घर ही रुके हैं।
– प्रेसिडेंट की फैमिली हालांकि पूरे तीन दिन क्यूबा में नहीं रुकेगी। वे लोग वहां से अर्जेंटीना निकल जाएंगे।
– ओबामा ने अमेरिकी एम्बेसी के स्टाफ से कहा, ‘ऐतिहासिक दौरा होने के साथ हमारे पास अपॉरच्युनिटी भी है।’
– हवाना में ओबामा अमेरिकी एम्बेसडर के घर ही रुके हैं।
– प्रेसिडेंट की फैमिली हालांकि पूरे तीन दिन क्यूबा में नहीं रुकेगी। वे लोग वहां से अर्जेंटीना निकल जाएंगे।
– ओबामा का क्यूबा से रिलेशन सुधारने का जज्बा इस बात से भी समझा जा सकता है। रिपोर्टर्स ने उनसे स्पेनिश में कुछ कहने को कहा।
– ओबामा बोले- ‘होला…ग्रेशियस।’ (हाय, थैंक्स)
सबसे पहले किससे मिले?
– ओबामा सबसे पहले अपने क्यूबा के स्टाफ से मिले।
– उन्होंने कहा- ‘ऐसा लग रहा है कि 1928 के दौर में आ गया हूं जब प्रेसिडेंट कूलिज यहां आए थे।’
– ओबामा फैमिली के साथ ओल्ड क्यूबा भी जाएंगे जहां टेंपा बे रेज और क्यूबा की टीम के बीच बेसबॉल मैच देखेंगे।
– उन्होंने कहा- ‘ऐसा लग रहा है कि 1928 के दौर में आ गया हूं जब प्रेसिडेंट कूलिज यहां आए थे।’
– ओबामा फैमिली के साथ ओल्ड क्यूबा भी जाएंगे जहां टेंपा बे रेज और क्यूबा की टीम के बीच बेसबॉल मैच देखेंगे।
फिदेल से नहीं मिलेंगे ओबामा
– फिदेल से ओबामा का न मिलना भी सुर्खियां बना हुआ है। फिदेल अभी क्यूबा में ही हैं।
– हालांकि इसकी वजह उनके गिरती हेल्थ को बताया गया है।
– 2006 में फिदेल ने हेल्थ कारणों के चलते अपने भाई राउल को टेम्परेरी रूप से सत्ता सौंप दी थी।
– 2008 में उन्होंने पूरी तरह से सत्ता छोड़ दी।
– 88 साल के फिदेल अब कभी-कभार ही पब्लिक में आते हैं। अंतिम बार उन्हें फरवरी में देखा गया था।
– यूएस के डिप्टी नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर बेन रोड्स के मुताबिक, ‘फिदेल हमें ही नहीं, क्यूबाई लोगों को भी अब ज्यादा नहीं दिखते।’
– हालांकि इसकी वजह उनके गिरती हेल्थ को बताया गया है।
– 2006 में फिदेल ने हेल्थ कारणों के चलते अपने भाई राउल को टेम्परेरी रूप से सत्ता सौंप दी थी।
– 2008 में उन्होंने पूरी तरह से सत्ता छोड़ दी।
– 88 साल के फिदेल अब कभी-कभार ही पब्लिक में आते हैं। अंतिम बार उन्हें फरवरी में देखा गया था।
– यूएस के डिप्टी नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर बेन रोड्स के मुताबिक, ‘फिदेल हमें ही नहीं, क्यूबाई लोगों को भी अब ज्यादा नहीं दिखते।’
कैसे रहे हैं दोनों देशों के रिलेशन?
– 1960 के दशक में दोनों के बीच रिलेशन टूट गए। 1959 में कम्युनिस्ट रेवोल्यूशन के बाद अमेरिका ने क्यूबा पर बैन लगा दिया।
– इस बैन से अमेरिका को सालाना 1.2 बिलियन डॉलर नुकसान हुआ।
– 2014 में ओबामा ने दोनों देशों के बीच इकोनॉमिक और डिप्लोमेटिक रिलेशन सुधारने की बात कही।
– करीब एक साल तक कनाडा और वेटिकन में दोनों देशों के बीच खुफिया बातचीत हुई। खुद पोप फ्रांसिस इसमें इन्वॉल्व थे।
– बातचीत का मकसद क्यूबा से आतंक को बढ़ावा देने वाले देश का ठप्पा हटाना, क्यूबा में यूएस सिटिजन आने पर लगी रोक को हटाना और इकोनॉमिक बैन हटाना था।
– अगस्त 2015 में अमेरिका ने क्यूबा में अपनी एम्बेसी फिर से शुरू की।
– सितंबर 2015 में क्यूबा ने अमेरिका में एम्बेसी फिर शुरू की।
– इस बैन से अमेरिका को सालाना 1.2 बिलियन डॉलर नुकसान हुआ।
– 2014 में ओबामा ने दोनों देशों के बीच इकोनॉमिक और डिप्लोमेटिक रिलेशन सुधारने की बात कही।
– करीब एक साल तक कनाडा और वेटिकन में दोनों देशों के बीच खुफिया बातचीत हुई। खुद पोप फ्रांसिस इसमें इन्वॉल्व थे।
– बातचीत का मकसद क्यूबा से आतंक को बढ़ावा देने वाले देश का ठप्पा हटाना, क्यूबा में यूएस सिटिजन आने पर लगी रोक को हटाना और इकोनॉमिक बैन हटाना था।
– अगस्त 2015 में अमेरिका ने क्यूबा में अपनी एम्बेसी फिर से शुरू की।
– सितंबर 2015 में क्यूबा ने अमेरिका में एम्बेसी फिर शुरू की।
निशाना साधने से नहीं चूके ट्रम्प
– ट्रम्प ने इस दौरे के बारे में कहा- ‘ओबामा क्यूबा पहुंच गए। यह एक बड़ा दौरा साबित होगा। लेकिन उनका स्वागत करने के लिए राउल कास्त्रो मौजूद नहीं थे। वे तो पोप और अन्य लोगों की खातिरदारी कर रहे थे। प्रेसिडेंट के लिए कोई रिस्पेक्ट नहीं।’
चे ग्वेरा के बेटे ने ओबामा की विजिट काे बताया हिस्टॉरिक
– क्यूबा रेवोल्यूशन के सबसे बड़े लीडर चे ग्वेरा के सबसे बड़े बेटे कैमिलो ग्वेरा ने ओबामा की क्यूबा विजिट काे सपोर्ट किया है।
– उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक और अहम विजिट है। पहली बार इंडिपेंडेट क्यूबा में यूएस प्रेसिडेंट आए हैं।”
– साथ ही कैमिलो ने कहा, “याद रहे कि यूएस एक एम्पायर है। उसका नेचर टेबल सजाकर खाना खिलाने वाला नहीं है।”
– “इतिहास हमें दिखा चुका है कि कितनी बार ही उसने उसने टेबल सजाई है। लेकिन बदले में हमें जहर मिला यानी धोखा दिया गया। लेकिन देखते हैं, क्या होता है।”
– बता दें कि चे ग्वेरा क्यूबा के फॉर्मर प्रेसिडेंट फिदेल कास्त्रो के सहयोगी और क्यूबा रेवोल्यूशन के बड़े लीडर थे। 1967 में बोलीविया में उनकी हत्या कर दी गई थी।
– उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक और अहम विजिट है। पहली बार इंडिपेंडेट क्यूबा में यूएस प्रेसिडेंट आए हैं।”
– साथ ही कैमिलो ने कहा, “याद रहे कि यूएस एक एम्पायर है। उसका नेचर टेबल सजाकर खाना खिलाने वाला नहीं है।”
– “इतिहास हमें दिखा चुका है कि कितनी बार ही उसने उसने टेबल सजाई है। लेकिन बदले में हमें जहर मिला यानी धोखा दिया गया। लेकिन देखते हैं, क्या होता है।”
– बता दें कि चे ग्वेरा क्यूबा के फॉर्मर प्रेसिडेंट फिदेल कास्त्रो के सहयोगी और क्यूबा रेवोल्यूशन के बड़े लीडर थे। 1967 में बोलीविया में उनकी हत्या कर दी गई थी।