ममता बनर्जी ने भाजपा को पाखंडी बताया:कहा- भाजपा ज्वाइन करने वाला हर कोई निर्दोष हो जाता है, ये है बीजेपी वाशिंग मशीन का जादू!
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज कोलकाता में दो दिवसीय धरना शुरू हो गया है। बंगाल CM 100 दिन काम योजना और अन्य योजनाओं के लिए राशि जारी नहीं करने के चलते केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठीं हैं।
ममता ने बीजेपी को पाखंडी बताया। कहा कि भाजपा के राज में केंद्रीय एजेंसियों के जरिए विपक्ष को लगातार परेशान किया जाता है। लेकिन जैसे ही कोई विपक्षी नेता भाजपा ज्वाइन करता है, वह निर्दोष हो जाता है। ये है बीजेपी वाशिंग मशीन का जादू!
उन्होंने मोदी सरकार पर केंद्रीय योजनाओं में फंड नहीं देने का आरोप लगाया है। ममता ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय बजट में मनरेगा और आवास योजना के लिए एक रूपया भी नहीं दिया है।
बकाए पैसे नहीं दे रही केंद्र सरकार- बंगाल CM
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ये धरना प्रदर्शन पहले दिल्ली में अंबेडकरमूर्ति के सामने होने वाला था, लेकिन बाद में उन्होंने कोलकाता में ही धरने पर बैठने का फैसला किया। भुवनेश्वर जाने के दौरान ममता ने मंगलवार को बताया था कि वह 29 और 30 मार्च को केंद्र सरकार के खिलाफ धरना देंगी।
उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार आम आदमी के पैसे को रोककर रख रही है। बंगाल में लोगों के रोजगार के पैसे केंद्र को लौटाना ही होगा। ममता ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ रही हैं। इसलिए मैं दो दिन के धरने पर बैठने जा रही हूं।
ममता बोलीं- केंद्र के पास राज्य का 7 हजार करोड़ रुपए बकाया
ममता ने बताया कि केंद्र सरकार के पास राज्य का 7 हजार करोड़ रुपया बकाया है। उन्होनें कहा कि सरकार ने पिछले बकाया भी नहीं दिए। 55 लाख घरों के निर्माण के लिए आवास योजना का पैसा अभी तक नहीं दिया गया है। हम 12 हजार गांवों में खराब सड़कों की मरम्मत कर रहे हैं। यह सब मैं अपने पैसे से कर रही हूं। मुझे 100 दिनों के काम, सड़क, आवास के लिए केंद्र से 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपए मिलते हैं।
बंगाल में सरकारी कर्मचारियों ने मांगा केंद्र के बराबर DA, ममता बोलीं- चाहे मेरा सिर काट दें, मंहगाई भत्ता नहीं बढ़ा सकती
हाल ही में ममता ने कहा था कि कर्मचारी चाहे तो उनका सिर काट दें, तब भी बंगाल सरकार उन्हें DA बढ़ा कर नहीं दे सकती। उन्होंने ने यह बात राज्य के बजट सत्र के दौरान कही थी। उन्होंने इसे विपक्ष समर्थित विरोध प्रदर्शन भी बताया।
दरअसल, बंगाल में बंगाल में सरकारी कर्मचारी केंद्र के बराबर मंहगाई भत्ता (DA) बढ़ाने की मांग कर रहे थे। जिसपर ममता ने दावा किया था कि TMC सरकार पहले से ही अपने कर्मचारियों को 105% DA दे रही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को भुवनेश्वर में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की। ऐसी चर्चाएं थी कि ममता, नवीन को लोकसभा चुनाव के लिए सपा और TMC के नए गठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेंगीं, लेकिन मीटिंग के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया- यह एक शिष्टाचार बैठक थी, हमने अनौपचारिक चर्चा की। राजनीति को लेकर कोई बात नहीं हुई
एक तरफ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी पार्टियां एकजुट होने की मुहिम चला रही है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने विपक्षी एकजुटता की इस मुहिम से खुद को अलग कर लिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हम 2024 का चुनाव अकेले लड़ेंगे।