UP Board Exam 2023: आगरा में 52 विद्यार्थियों ने फर्श पर बैठकर दी हाईस्कूल की परीक्षा, जानें क्या रही वजह
कंट्रोल रूम में दिखा कि हाईस्कूल के परीक्षार्थी फर्श पर बैठकर परीक्षा दे रहे हैं तो स्टाफ ने विभागीय अधिकारियों को सूचना दी। पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद एडीआईओएस पीके मौर्य मौके पर पहुंचे।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल हिंदी विषय की परीक्षा के दौरान महाराजा सूरजमल इंटर कॉलेज, जाट हाउस में 52 विद्यार्थियों ने फर्श पर बैठकर परीक्षा दी। बोर्ड के नियमों के विपरीत परीक्षा कराई गई। परीक्षार्थियों को परीक्षा देने में परेशानी हुई। मानकों पर परखे बिना विद्यालय को केंद्र बना दिया गया है। विद्यालय में बिजली की व्यवस्था भी नहीं थी। सीसीटीवी कैमरे नहीं चल रहे थे। पर्याप्त फर्नीचर भी नहीं था। परीक्षा शुरू होने से पहले बिजली और सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था कराई गई, लेकिन फर्नीचर नहीं उपलब्ध कराया गया।
परीक्षा केंद्र बनाए जाने के बाद से ही केंद्र व्यवस्थापक की ओर से क्षमता से अधिक परीक्षार्थी आवंटित किए जाने पर आपत्ति जताते हुए प्रार्थनापत्र जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में दिया जा रहा था। परीक्षा से पहले विभागीय अधिकारियों ने यह सुनिश्चित नहीं किया कि जब केंद्र में पर्याप्त फर्नीचर नहीं है तो परीक्षार्थी बैठेंगे कहां।
पांच बार डीआईओएस को प्रार्थनापत्र दिया
महाराजा सूरजमल इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक डॉ. रक्षपाल सिंह त्यागी ने बताया कि विद्यालय में 150 परीक्षार्थियों के बैठने के लिए संसाधन उपलब्ध थे। एक पाली में 282 परीक्षार्थी आवंटित कर दिए गए। डीआईओएस को 5 बार प्रार्थनापत्र लिखकर समस्याओं के बारे में बताया। परीक्षा से एक दिन पहले भी प्रार्थनापत्र दिया। कॉपी जेडी को भी दी। दो कमरों के लिए जूनियर हाईस्कूल से फर्नीचर लिया गया। एक कमरे की फिर भी व्यवस्था नहीं हो पाई। परीक्षार्थियों को लिखने में दिक्कत न हो, इसके लिए क्लिप बोर्ड दिया गया।
रात 12 बजे तक पता की समस्याएं
जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि केंद्र व्यवस्थापक ने पत्र दिया था। विद्यालय में बिजली व सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था नहीं थी, उसे कराया गया। बुधवार रात 12 बजे तक बोर्ड परीक्षा के संबंध में समस्याओं के बारे में पता किया गया, जानकारी नहीं दी। केंद्र व्यवस्थापक को कहीं और से फर्नीचर की व्यवस्था करनी चाहिए थी। आगे की परीक्षाओं के लिए जीआईसी से फर्नीचर उपलब्ध कराया जा रहा है।
परीक्षार्थियों की पीठ में होने लगा दर्द
बिना आदत के फर्श (टाट-पट्टी) पर बैठकर एक कक्ष के 52 परीक्षार्थियों ने सवा तीन घंटे तक परीक्षा दी। उनको कॉपी में लिखने में तो दिक्कत हुई, साथ में लगातर झुके रहने से पीठ में दर्द होने लगा। परीक्षार्थी जूता-चप्पल निकालकर बैठे। केंद्र पर परीक्षा देने वाले सेंट जीएस स्कूल के सादिक ने बताया कि कक्ष में फर्नीचर नहीं होने से मजबूरी में फर्श पर बैठकर परीक्षा दी। जीशान ने बताया कि लिखने के लिए क्लिप बोर्ड दिया गया था फिर भी पैर पर और फर्श पर कॉपी रखकर लिखने में दिक्कत हुई। परीक्षार्थी रेहान बोल कि फर्श पर बैठकर लिखने से पीठ में दर्द होने लगा।
एडीआईओएस पहुंचे केंद्र पर
कंट्रोल रूम में दिखा कि हाईस्कूल के परीक्षार्थी फर्श पर बैठकर परीक्षा दे रहे हैं तो स्टाफ ने विभागीय अधिकारियों को सूचना दी। पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद एडीआईओएस पीके मौर्य मौके पर पहुंचे। केंद्र व्यवस्थापक से बात की। जीआईसी से फर्नीचर उपलब्ध कराने पर बात हुई। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट में अपेक्षाकृत कम परीक्षार्थी थे, इसलिए दिक्कत नहीं हुई।