राहुल ने पूछा- अडाणी और PM का क्या रिश्ता:कहा- 2014 में अमीरों की लिस्ट में 609 नंबर पर थे, जादू हुआ और 2 नंबर पर आ गए

लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में तमिलनाडु से लेकर केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश… सब जगह एक नाम सुनने को मिला… अडाणी। दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 2014 में अडाणी 609 नंबर पर थे, सबसे पीछे। जादू हुआ तो दूसरे नंबर पर पहुंच गए। हिमाचल में सेब की बात होती है तो अडाणी, कश्मीर में सेब तो अडाणी, पोर्ट और एयरपोर्ट सब जगह अडाणी जी, सड़क पर चल रहे हैं, तो अडाणी जी।

लोगों ने पूछा कि अडाणी जी को सफलता कैसे मिली। सबसे जरूरी सवाल कि इनका हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री के साथ क्या रिश्ता है और कैसा रिश्ता है?

अडाणीजी को 6 एयरपोर्ट दिए गए
एयरपोर्ट की बात करते हैं। कुछ साल पहले सरकार ने हिंदुस्तान के एयरपोर्ट्स को डेवलप करने के लिए दिया। नियम था कोई भी जिसे पहले एक्सपीरियंस ना हो, वो इसमें शामिल नहीं हो सकता है। इस नियम को हिंदुस्तान की सरकार ने बदला। उस समय मीडिया में इसके बारे में चर्चा हुई। रूल बदला और अडाणीजी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। दुनिया का सबसे ज्यादा प्रॉफिटेबल मुंबई एयरपोर्ट GVK ने हाईजैक कर लिया। CBI और ED का इस्तेमाल करके हिंदुस्तान के उस एयरपोर्ट को अडाणीजी के हवाले कर दिया। रिजल्ट आया कि आज अडाणीजी हिंदुस्तान की 24% एयरपोर्ट ले गया। हिंदुस्तान की सरकार और प्रधानमंत्री ने ये सुविधा दी

हम फॉरेन पॉलिसी की बात करते हैं। डिफेंस से शुरू करते हैं। डिफेंस में अडाणीजी का जीरो एक्सपीरियंस था। कल मैंने प्रधानमंत्री को एचएएल में देखा। उन्होंने कहा कि गलत आरोप लगाया। असलियत है कि 126 हवाई जहाजों का जो एचएएल का कॉन्ट्रैक्ट था, वो अनिल अंबानी को चला गया। वो बैंकरप्ट हो गए। अडाणीजी का डिफेंस में इंट्रेस्ट देखिए। इजरायल की एक कंपनी के साथ ड्रोन को आर्मी के लिए री-फिट करते हैं। हिंदुस्तान में और भी कंपनियां ये काम करती हैं। प्रधानमंत्री इजरायल जाते हैं और फिर अडाणीजी को कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है। 4 डिफेंस की इनके पास कंपनिया हैं। ये काम इन्होंने कभी नहीं किया। इजरायल में प्रधानमंत्री जाते हैं, वहां के प्रधानमंत्री के साथ बीच पर पैदल चलते हैं। उसके बाद अडाणी को जादू के मेंटेनेंस का कॉन्ट्रैक्ट, इजरायली ड्रोन और छोटे हथियारों का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है। उसमें पेगासस भी है।

पैदल चलना भूले
राहुल गांधी बोले- राजनीति में जो पुराना पैदल चलने का ट्रेडिशन था, आजकल हम उसे भूल गए या उसका पालन नहीं कर रहे हैं। कोई गाड़ी में जाता है, कोई हवाई जहाज में जाता है, कोई हेलिकॉप्टर में जाता है। पैदल कम चलते हैं। जब पैदल चला जाता है। एक-दस किलोमीटर की बात नहीं कर रहा, 200-400 किलोमीटर की बात कर रहा हूं। इतना चलने पर दर्द होता है और मुश्किल आती है। शुरुआत में चलते वक्त हमारे दिल में यह था कि हम भी अपनी बात रखेंगे।

किसान बोले- हमारी जमीन छीन ली जाती है
यात्रा के दौरान कोई पास आता था और कहता था कि बेरोजगार हूं तो हम सोचते थे कि उससे कहें कि बेरोजगार क्यों हो, कारण क्या है। हजारों लोगों से बातचीत हुई। उसके बाद यह विचार बंद हो गया। मैंने अपनी जिंदगी में पहले कभी ऐसा नहीं सुना था। हजारों किसान आए। पीएम बीमा योजना की बात की। बोले हम पैसा भरते हैं, तूफान-आंधी आती है और पैसा गायब हो जाता है। किसानों ने यह भी कहा कि हमारी जमीन छीन ली जाती है और सही रेट नहीं मिलता।

जमीन अधिकरण बिल लागू नहीं होता। आदिवासियों ने कहा कि ट्राइबल बिल में जो दिया जाता था, वो छीना जा रहा है। बहुत सारी चीजें सुनने को मिलीं। मुख्य तौर पर बेरोजगार और किसान थे।

अग्निवीर योजना संघ से और गृह मंत्रालय से आई
राहुल ने कहा कि यात्रा के दौरान अग्निवीर की भी बात की लोगों ने। हिंदुस्तान का युवा जो 4 बजे दौड़ता है भर्ती होने के लिए, वो आपकी बात से सहमत नहीं है। उन्होंने हमसे कहा कि पहले 15 साल की सर्विस और पेंशन मिलती है। अब 4 साल के बाद निकाल दिया जाएगा। पेंशन नहीं मिलेगी। आर्मी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अग्निवीर योजना आर्मी के भीतर से नहीं संघ से और गृह मंत्रालय से आई है। उन्होंने कहा कि ये आर्मी के ऊपर थोपी गई योजना है।

रिटायर्ड जनरलों ने कहा कि ये आर्मी को कमजोर करेगी। बोले कि हजारों लोगों को हथियार की ट्रेनिंग दे रहे हैं और फिर समाज में डाल रहे हैं। उनके मन में था कि ये जो अग्निवीर योजना है, वो आर्मी के भीतर से नहीं आई है। मुझे लगता है कि NSA अजित डोभाल जी ने ये योजना थोपी है।

उन्होंने कहा कि युवा कह रहा है कि ये योजना नहीं चाहिए, आर्मी कह रही है कि हमें योजना नहीं चाहिए। मुझे एक फर्क दिखा कि प्रेसिडेंट एड्रेस में बहुत सारी चीजें बोली गईं। अग्निवीर के लिए एक लाइन थी और एक शब्द था। कहा कि अग्निवीर योजना हमने दी। उससे ज्यादा कुछ नहीं बोला उन्होंने।

बेरोजगारी शब्द ही नहीं था। महंगाई शब्द ही नहीं था। यात्रा में जो हमें सुनने को मिला, वो प्रेसिडेंट के भाषण में था ही नहीं। जनता कुछ कह रही है और राष्ट्रपति के भाषण में कुछ और सुनाई दे रहा है।

13 दिन बाद अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 15% चढ़े:1800 रुपए के करीब पहुंचा; एक दिन पहले प्रमोटर्स ने 9 हजार करोड़ रुपए का लोन पेमेंट किया था

अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स में मंगलवार को जोरदार तेजी देखी जा रही है। 13 दिन बाद अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर्स में तो 15% का उछाल देखा गया। दोपहर 1 बजे ये 223.50 रुपए की तेजी के साथ 1,796.95 रुपए पर पहुंच गए। अडाणी पोर्ट भी 8% ऊपर है।

अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी विल्मर में करीब 5% की तेजी है। अडाणी ग्रीन 2% चढ़ा है। वहीं, अडाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी ACC, अंबुजा सीमेंट में करीब 3% की तेजी है। हालांकि, अडाणी टोटल गैस 5% नीचे और अडाणी पावर करीब 0.5% नीचे कारोबार कर रहे हैं।

पहले तेजी की वजह जानते हैं…
अडाणी ग्रुप के प्रमोटर्स ने सोमवार को 1.1 बिलियन डॉलर ( करीब 9 हजार करोड़ रुपए) के लोन का पेमेंट समय से 19 महीने पहले ही कर दिया था। इसका असर आज अ़डाणी ग्रुप के स्टॉक्स पर भी देखने को मिल रहा है। इसके अलावा बाजार के सेंटीमेंट भी अब अडाणी ग्रुप के शेयरों को लेकर इतने ज्यादा निगेटिव नहीं है।