देवरानी के पति के साथ जेठानी मना रही थी रंगरेलियां, ‘मूसल’ से हुई हत्या

मुरैना/ग्वालियर.बीमा एजेंट व टीचर हेमा बंसल की हत्या का राज करीब-करीब खुल गया है, लेकिन पुलिस इस मामले में वैज्ञानिक साक्ष्य मजबूत नहीं होने से अभी इसका खुलासा नहीं कर रही है। कैसे हुआ खुलासा…
-हेमा की हत्या करना उसकी देवरानी मीरा ने पुलिस हिरासत में दो दिन की लंबी पूछताछ में कई बार स्वीकार किया है, लेकिन विसंगति ये है कि मीरा कुछ देर बाद ही कहने लगती है कि मैं तो झूठ बोल रही थी, मैंने नहीं मारा।
-इस स्थिति में पुलिस मीरा को आरोपी बनाने का ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है।
जेठानी हेमा की हत्या की
-सिटी कोतवाली में दो दिन के दरमियान एसपी विनीत खन्ना व एएसपी रघुवंश सिंह भदौरिया की मौजूदगी में मीरा से पुलिस ने लंबी पूछताछ की है।
-शुक्रवार को तो आईजी चंबल उमेश जोगा ने भी इस मामले को परखा।
-पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस पूछताछ में मीरा ने साफ स्वीकारा कि उसने ही जेठानी हेमा की हत्या की है।
जेठानी हेमा को कमरे में आपत्तिजनक स्थिति
-हत्या का कारण उसके द्वारा अपने पति पवन व जेठानी हेमा को कमरे में आपत्तिजनक स्थिति में देखा जाना बताया है।
-जिसके बाद उसने दो दिन पहले ही हत्या की योजना बना ली थी।
-इसीलिए उसने नकाबपोश की झूठी कहानी गढ़ी थी।
-फिर खलबत्ता (खल्लड़) की लोहे की मजबूत मूसली से मीरा के सिर पर प्रहार करके उसकी हत्या की और मूसली को धोकर रख दिया था।
-यह मूसली पुलिस ने बरामद कर ली है, जिसकी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी। इसके लिए मूसली का केमिकल टेस्ट भी कराया जाएगा।
देवरानी पर इसलिए हुआ शक
-पुलिस सूत्रों के मुताबिक बीमा एजेंट हेमा बंसल की हत्या जिस कमरे में हुई, उसके सामने ही उसकी देवरानी मीरा का कमरा है।
-मीरा ने बुधवार को पुलिस को बताया कि ढाई बजे के करीब उसने हेमा के कमरे में झगड़े की आवाज सुनी थी। जिस पर उसने आवाज देकर पूछा था, लेकिन अंदर से मुंह पर कपड़ा बांधे एक आदमी निकला, जो उसे धक्का देकर भाग गया।
-मीरा की इस कहानी में से ही पुलिस को शक गहराया कि जब नकाबपोश ही हत्या करके भागा तो क्या हेमा की चीख मीरा ने नहीं सुनी होगी। फिर उसने शोर क्यों नहीं मचाया?
-यह सब होना वह दोपहर ढाई बजे का बताती है। जबकि हत्या का पता तीन बजे तब चला जब आधा घंटे बाद हेमा की बुआ सास की लड़की नीतू किसी काम से इनके घर आई।
-तब मीरा ने ही नीतू को बताया कि मुंह बांधे एक युवक आया था जो हेमा के कमरे में झगड़ा करके भागा है। वह उसे धक्का दे गया। यहां सवाल उठता है कि मीरा जिस युवक का जिक्र कर रही है उसे मीरा के अलावा किसी अन्य ने नहीं देखा है।
सीएसपी को सौंपी है जांच
-मुरैना एसपी विनीत खन्ना ने कहा कि महिला बीमा एजेंट की हत्या के मामले में जल्दबाजी में नहीं कहा जा सकता कि हत्या किसने की है। इसकी जांच सीएसपी को सौंपी है।