चीन पर लगाम लगाने को भारत-अमरीका तैयार, हो सकता है ये बड़ा समझौता

भारत ने समुद्री इलाकों में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमरीका के साथ जल्द ही लॉजिस्टिक सपोर्ट एग्रीमेंट पर दस्तखत कर सकता है।

अमेरिकी रक्षा मंत्री एश कार्टर ने मंगलवार को कहा कि अमरीका लंबे समय से भारत से इस मुद्दे पर आगे बढ़ने के लिए कहता रहा है। समझौते पर दस्तखत होने में अभी कुछ वक्त लगने की गुंजाइश है।

समझौते के प्रभाव

इस समझौते से दोनों देशों की सभी सेनाएं एक-दूसरे की मिलिट्री, रिपेयर, जंगी शिप्स और ईंधन भरने के लिए प्लेटफॉर्म्स यानी जमीनी, हवाई और समुद्री सैन्य ठिकाने वगैरह का इस्तेमाल कर सकते हैं।

एश कॉर्टर और मनोहर पर्रिकर मुलाकात से मिला बल

एश कॉर्टर ने कहा कि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से मुलाकात में दोनों देशों में एलएसए पर आगे बढ़ने के लिए रजमांदी हो गई है। उन्होंने कहा कि हम ड्राफ्ट को आखिरी रूप दे रहे हैं।

भारत की चिंता

भारत की चिंता है कि समझौते पर दस्तखत हो जाने के बाद अमरीका को भारतीय सैन्य ठिकानों पर आवाजाही की इजाजत मिल जाएगी।

समझौते पर दस्तखत की वजह

हिंद महासागर और दक्षिण चीन सागर में पड़ोसी देश चीन के बढ़ते प्रभाव और पाकिस्तान के साथ बढ़ती उसकी नजदीकी को देखते हुए भारत अमरीका के साथ इस समझौते को लेकर तैयार हो सकता है।