चाचा ने पैसे के लिए भतीजे को किडनैप किया:आगरा पुलिस ने 15 घंटे में किया एनकाउंटर, 2 के पैर में लगी गोली, मुख्य आरोपी फरार

आगरा। आगरा में 5 साल के बच्चे को किडनैप करने वाला उसका सगा चाचा ही था। घर के पास खेल रहे बच्चे को अपने साथ अंगुली पकड़ाकर लेकर चला गया। फिर अपने साथियों के साथ मिलकर पिता को व्हाट्सऐप कॉल किया और 2.5 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
वीडियो कॉल से बच्चा दिखाने के बाद पुलिस को सूचना न देने की चेतावनी दी। हालांकि, परिजन पुलिस के पास पहुंचे। सक्रिय हुई पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो एक व्यक्ति बच्चे का अंगुली पकड़ ले जाता दिख गया।
पुलिस तक मामला पहुंचने से किडनैपर्स डर गए। करीब 8 घंटे बाद ही बच्चे को घर से 200 मीटर दूर छोड़ कर फरार हो गए। बच्चे को सकुशल परिवार को सौंपने के बाद पुलिस ने अपराधियों की तलाश शुरू की। करीब 15 घंटे के भीतर दो आरोपियों को एनकाउंटर के बाद अरेस्ट कर लिया।
दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी है। हालांकि, मुख्य आरोपी चाचा और उसका एक अन्य साथी फरार हैं। पूरा मामला एत्माद्दौला थाने के गढ़ी चांदनी इलाके का है। किडनैपिंग शुक्रवार करीब डेढ़ बजे हुई थी। पुलिस ने बताया कि बच्चे का चाचा गगन अपराधी किस्म का है। वह पहले भी जेल जा चुका है।
गढ़ी चांदनी के रहने वाले सोनू की राधे ज्वलेर्स नाम से एक दुकान है। जय उनका इकलौता बेटा है। वह अपनी पत्नी के साथ अपनी पुश्तैनी घर के पास ही दूसरे घर में रहते। शुक्रवार करीब डेढ़ बजे घर के पास पांच साल का जय खेल रहा था।
दादी पदमा ने बताया- मैं बगल वाली गली में दूसरे घर पर रहती हूं। बच्चा दोनों घरों में खेलने के लिए यहां से वहां आता जाता रहता है। शुक्रवार को भी करीब डेढ़ बजे वह खेल रहा था। कुछ देर तक जब वह मेरे पास नहीं आया तो मैं उसके घर पहुंची।
बच्चा वहां पर भी नहीं था। इसके बाद हम सब परेशान हुए। इधर-उधर तलाशने के बाद सीसीटीवी कैमरे देखे गए। उसमें वह एक युवक के साथ जाता दिखाई दे रहा है। एक घंटे बाद ही पिता सोनू के पास एक व्हाट्सऐप कॉल आया।
करीब 2.30 बजे आई कॉल से फिरौती मांगी गई। पिता सोनू ने उनसे कहा कि उनके पास 2.50 लाख रुपए नहीं हैं, केवल 1.50 लाख रुपए हैं। कॉल करने वाले ने कुछ देर में बताने की बात कहकर फोन काट दी।लगभग 10 मिनट बाद दुबारा कॉल आया। इस बार लोकेशन बदलकर 2.50 लाख रुपए ही देने की बात कही। पिता ने समय मांगी तो फोन काट दिया।
करीब 15 मिनट बाद उनका फोन तीसरी बार आया। इस बार उन्होंने 1.5 लाख रुपए ही देने की बात कही। इसी बीच बच्चे के पिता ने पुलिस को मोबाइल नंबर सहित अन्य सभी डिटेल सौंप दिए। सिम फर्जी पते पर लिया गया था।
उधर, पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे में दिख रहे युवक की पहचान कराई। बच्चे के पिता ने पहचान लिया कि बच्चे को उसका भाई गगन लेकर जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने तेजी दिखाई। पुलिस सक्रिय हुई तो किडनैपर्स डर गए।
करीब 8 घंटे बाद उन्होंने बच्चे को घर से करीब 200 मीटर दूर छोड़ दिया और फरार हो गए। हालांकि, बच्चा मिलने के बाद भी पुलिस ने अपराधियों की तलाश बंद नहीं की। करीब 15 घंटे के भीतर पुलिस ने दो आरोपियों को एनकाउंटर के बाद अरेस्ट कर लिया। दोनों के पैर में गोली मारी।
एसीपी छत्ता पीयूष कांत ने बताया कि देर रात मेहताब बाग के पास पुलिस की दो बदमाशों से मुठभेड़ हुई। प्रकाश नगर के साबिर और सत्य प्रकाश उर्फ बबलू के पैरों में गोली लगी। दोनों को गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये दोनों बच्चे की किडनैपिंग में शामिल थे।
लेकिन बच्चे का सगा चाचा गगन और उसका साथी आकाश उर्फ अल्लू फरार हैं। गगन किडनैपिंग का मुख्य आरोपी है। वह पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में जेल जा चुका है।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया-बच्चे के पिता ने अपहरणकर्ता को पहचाना है, वह बच्चे का सगा चाचा है। यही वजह थी कि बच्चा उसके साथ आसानी से चला गया था। लगभग 8 घंटे बाद बच्चा सकुशल मिल गया। उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया है।



