दाऊद को फॉलो करता है ये गैंगस्टर, जेल में मिलने आती थी महिला सहयोगी

जयपुर/जोधपुर. राजस्थान के नागौर में पुलिस की क्यूआरटी टीम पर गोलियां बरसाने वाला गैंगस्टर आनंदपाल ही था। आनंदपाल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का दीवाना है और उसे फॉलो करता है। आनंदपाल जब जेल में बंद था, उस वक्त वह दाऊद पर लिखी किताबें पढ़ा करता था। क्यूआरटी पर गोली बरसाने के मामले में जब पुलिस ने संदिग्ध एसयूवी की जांच की तो उसमें भी दाऊद पर लिखी एक किताब मिली। इसके आधार पर पुलिस को शक हुआ कि हमलों के पीछे आनंदपाल का ही हाथ था। पुलिस ने ऐसे किया वेरिफिकेशन
– इस मामले में आनंदपाल का जीजा और दो सहयोगी अरेस्ट किए जा चुके हैं।
– बता दें कि शूटआउट में पुलिस के कुछ जवान जख्मी हो गए थे, जबकि एक जवान खुमाराम की मौत हो गई थी।
– पहले नागौर में पुलिस की क्यूआरटी टीम पर गोलियां बरसाने के पीछे राजू ठेहट की गैंग का नाम सामने आ रहा था।
– कहा यह भी गया कि उसका गैंग आनंदपाल को मारने आया था।
– पर जांच में पता चला कि आनंदपाल घटना के दिन उसी फॉर्च्यूनर में सवार था, जिससे बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की।
– गाड़ी में बरामद मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली गई है, इससे आनंदपाल की मौजूदगी का वेरिफिकेशन किया गया।
कौन है आनंदपाल?
– आनंदपाल सिंह राजस्थान का सबसे कुख्यात अपराधी है।
– गैंगस्टर आनंदपाल सिंह, श्रीवल्लभ और सुभाष मुंड 3 सितंबर को अपने गुर्गों की मदद से राजस्थान के परबतसर में पुलिस वैन पर अंधाधुंध फायरिंग कर भाग गया था। फायरिंग में 8 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
– उसके ऊपर कई आपराधिक मामले चल रहे हैं। वह इस वक्त मोस्ट वॉन्टेड है।
– सूत्रों की मानें तो फरारी में भी वह खुलेआम वसूली का काम कर रहा है।
जेल में शाही लाइफ थी आनंदपाल की
– जेल से भागने के लिए आनंदपाल ने जेल के डिप्टी से लेकर मुख्य प्रहरी को धन-बल के प्रभाव से काबू में कर लिया था।
– बताया जाता है कि जेल में उसकी एक महिला सहयोगी अनुराधा भी मिलने आती थी।
– अजमेर हाई सिक्युरिटी जेल के सामने चाय की दुकान चलाने वाले रविकुमार रील ने अपने बयान में बताया था कि उसकी दुकान से रोज सुबह 5 लीटर दूध व 5 लीटर छाछ, जबकि शाम को 6 लीटर दूध जाता था।
– आनंदपाल के खाते में हर महीने 20 हजार रुपए का दूध-छाछ जेल में पहुंचाए जाते थे।
– अजमेर के रहने वाले महेंद्र सिंह हर सप्ताह इसका एडवांस हिसाब करता था। इसमें से आधा से भी ज्यादा दूध कुख्यात कैदी आनंदपाल खुद पीता था।
– हैरानी वाली बात यह थी कि हाई सिक्युरिटी जेल में होने के बावजूद आराम से बाहर का खाना-पीना आता था। वह जेल के भीतर स्मार्ट फोन इस्तेमाल करता था।
– जेल के भीतर से ही उसका सोशल मीडिया अकाउंट भी ऑपरेट होता था। बता दें कि फेसबुक पर उसके नाम से एक पेज ग्रुप है। उसके कई फॉलोअर हैं।
क्या दाऊद बनना चाहता है आनंदपाल?
– आनंदपाल दाऊद से बहुत इम्प्रेस है। वह दाऊद पर लिखी किताबें पढ़ता है।
– दाऊद की तरह आनंदपाल को भी पार्टियां पसंद है। वह दाऊद की तरह ही गॉगल पहनता है और काफी फैशनेबल है।
– आनंदपाल की कमाई का जरिया भी फिरौती वसूलना और तस्करी का काम है।