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105% की वृद्धि के बाद, रक्षा स्टॉक्स से बचने का समय: Apollo Micro Systems और उसके भविष्य की संभावनाएं।

रक्षा स्टॉक खरीदने पर विचार: अपोलो माइक्रो सिस्टम्स

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स भारतीय रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है, जो इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रो-मैकेनिकल और इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता रखता है। इस कंपनी का कार्यक्षेत्र मुख्यतः रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में केंद्रित है, और इसका मुख्यालय हैदराबाद है। पिछले छह महीनों में, इस स्टॉक ने निवेशकों को 105% की उत्कृष्ट वापसी प्रदान की है, जिसका مظहर हाल में ₹245 पर जीवन के उच्चतम स्तर पर देखा गया।

ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि अपोलो माइक्रो सिस्टम्स तकनीकी चार्ट पर एक नया और बड़े अपट्रेंड की शुरुआत कर रहा है, जिसके चलते इसके स्टॉक मूल्य में 90% या उससे अधिक वृद्धि होने की संभावना है।

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के लिए शेयर मूल्य लक्ष्य

घरेलू ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के लिए 450 रुपये का दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित किया है। पिछले सत्र में, इस स्टॉक का समापन ₹235 पर हुआ था, और आज इसे ₹245 पर कारोबार करते देखा गया। अगर किसी भी समय बाजार में गिरावट आती है, तो निवेशकों को ₹165 का स्टॉपलॉस लगाने की सलाह दी जा रही है, जो कि लगभग 30% नीचे होगा। इस स्थिति में जोखिम-इनाम अनुपात 1:3 को बेहद आकर्षक बताया गया है।

निवेशकों को सपोर्ट और रेजिस्टेंस जॉन के बारे में जानकारी

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स की शेयर में पहले सपोर्ट को ₹222-210 की सीमा में देखा गया है, जबकि दूसरा सपोर्ट ₹192-185 की सीमा में है। यदि स्टॉक इस आधार को तोड़ता है, तो सुनिश्चित करें कि आप अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए ₹165 का स्टॉपलॉस लगाएं।

शेयर मूल्य का ऐतिहासिक प्रदर्शन

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स एक मल्टीबैगर स्टॉक है जो पिछले एक सप्ताह में 21%, पिछले महीने में 38%, और पिछले तीन महीनों में 71% की वृद्धि दर्ज कर चुका है। साल 2023 की शुरुआत से लेकर अब तक, यह स्टॉक 95% से अधिक वृद्धि का साक्षी बना है। एक वर्ष में इसकी वृद्धि दर 125% है, और पिछले दो वर्षों में यह स्टॉक 323% की शानदार वृद्धि दिखा चुका है।

अवधि पूर्ण परिवर्तन परिवर्तन %
1 सप्ताह 42.35 21.62%
1 महीना 65.95 38.28%
3 महीने 99.60 71.84%
6 महीने 121.65 104.33%
1 वर्ष 132.90 126.15%
2 वर्ष 182.12 324.46%
3 वर्ष 224.63 1649.27%

खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी

आंकड़ों के अनुसार, 298694 खुदरा निवेशकों ने इस कंपनी में निवेश किया है, जिसकी हिस्सेदारी 32.02% है। इसके अतिरिक्त, चार म्यूचुअल फंड योजनाओं की भी इसमें हिस्सेदारी है, जो 1.55% है। FII/DII स्टेक्स में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है; जिनका भाग सितंबर तिमाही में 7.16% और 1.61% है। ये आंकड़े बताते हैं कि निरंतर बढ़ती डिजिटल और वैश्विक निवेश परिदृश्य में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स में बढ़ती रुचि देखी जा रही है।

कंपनी की विकास कहानी

शेयर बाजार में अपोलो माइक्रो सिस्टम्स की कहानी मजबूत है। 2021-2025 के बीच, कंपनी की औसत राजस्व वृद्धि 29% सीएजीआर रही है। इस अवधि में, कंपनी के लाभ में 53% की वृद्धि हुई है। साथ ही, परिचालन लाभ में भी 35% की वृद्धि दिखाई देती है। ऐसे में, जून तिमाही में कंपनी ने 113 करोड़ रुपये का निर्यात आदेश भी प्राप्त किया है, जो उनकी बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाता है।

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का कार्यक्षेत्र

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स विशेष रूप से रक्षा और एयरोस्पेस प्रणाली में केंद्रित है, जिसमें मिसाइल सिस्टम, सैटेलाइट सिस्टम, नवाचार प्रणालियाँ और सुरक्षा उपकरण शामिल हैं। इसका मुख्य उद्देश्य निश्चित रूप से रक्षा प्रणालियों को स्मार्ट बनाना और उन्हें तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाना है।

प्रमुख ग्राहक

कंपनी के प्रमुख ग्राहक दलों में DRDO, HINDUSTAN AERONAUTICS, ISRO, और अन्य शामिल हैं। यह प्रमाणित करता है कि उनकी उत्पाद समाधान प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, जो उनके कार्य की गुणवत्ता और स्थिरता को दर्शाता है।

रक्षा निर्माण में भूमिका

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स सिर्फ उप-प्रणालियों की आपूर्ति नहीं करता, बल्कि सीधे रक्षा उत्पादों का निर्माण भी करता है। यह अनन्या एसआईपी आरएफ टेक्नोलॉजी लिमिटेड के माध्यम से रेडियो आवृत्ति माइक्रोवेव घटकों का निर्माण करता है। सरकार की आत्मनिर्भरता हेतु उठाए गए कदमों ने कंपनी को नई ऊचाइयों तक पहुँचाने में सहयोग दिया है, जिससे इसे और भी अधिक लाभ होने की संभावना है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न: अपोलो माइक्रो सिस्टम किस क्षेत्र में कार्यरत है?
उत्तर: अपोलो माइक्रो सिस्टम्स मुख्य रूप से रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में कार्य करता है और यह एक प्रौद्योगिकी प्रदाता है।

प्रश्न: अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का वर्तमान लक्ष्य क्या है?
उत्तर: वेंचुरा सिक्योरिटीज ने इसके लिए ₹450 का दीर्घकालिक लक्ष्य रखा है।

प्रश्न: अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के लिए स्टॉपलॉस क्या है?
उत्तर: इसका स्टॉपलॉस ₹165 निर्धारित किया गया है।

प्रश्न: अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के सपोर्ट रेंज कहां है?
उत्तर: पहले सपोर्ट को ₹222-210 के आसपास और दूसरे सपोर्ट को ₹192-185 के आसपास रखा गया है।

प्रश्न: क्या अपोलो माइक्रो सिस्टम्स एक मल्टीबैगर स्टॉक है?
उत्तर: हाँ, यह एक मल्टीबैगर स्टॉक है, जिसने पिछले छह महीनों में 105% और पिछले तीन वर्षों में 1640% तक का रिटर्न दिया है।

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स निवेशकों के लिए एक प्रमुख चयन बन रहा है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो रक्षा क्षेत्र की संभावनाओं और तकनीकी विकास में रुचि रखते हैं। इस कंपनी की प्रगति और समर्पण से यह स्पष्ट है कि वे भविष्य में भी निवेशकों के लिए मुनाफा दे सकते हैं।

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