अनीता आडवाणी का दावा, राजेश खन्ना ने चोरी-छिपे शादी की, मांग में सिंदूर और मंगलसूत्र पहनाया।

राजेश खन्ना की लिव-इन पार्टनर अनीता आडवाणी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में दावा किया है कि उन्होंने राजेश खन्ना से गुपचुप शादी की थी। अनीता ने कहा कि काका ने उनकी मांग में सिंदूर भरा और उन्हें मंगलसूत्र पहनाया। उनका रिश्ता डिंपल कपाड़िया के आने से पहले शुरू हुआ था, जो कि खन्ना की पहली पत्नी थीं।
अनीता ने कहा कि उन्होंने खन्ना का बहुत ध्यान रखा और उनके आखिरी दिनों में भी उनके साथ रहीं। जब राजेश खन्ना का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा, तो उनका व्यवहार चिड़चिड़ा हो गया और वह काफी अकेले हो गए।
राजेश खन्ना की मृत्यु के बाद अनीता को उनकी प्रेयर मीट में शामिल होने से रोक दिया गया। यह उनके लिए बेहद दर्दनाक था, क्योंकि उन्होंने खन्ना के साथ इतने साल बिताए थे।
अनीता ने खन्ना के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का उल्लेख किया और बताया कि उन्होंने उनके लिए कई बार व्रत भी रखा। वह खन्ना के साथ अपनी निजी जीवन की बातें साझा करती हैं, जिसमें उनकी शादी का रहस्य शामिल है।
यह दावे एक नई रोशनी में राजेश खन्ना के जीवन को देखते हैं, जिसमें उनके व्यक्तिगत संकट और रिश्तों की जटिलताएं सामने आती हैं। उनके स्टारडम के अंत में अनीता ने उनकी बहुत देखभाल की, लेकिन इसके बावजूद उन्हें खन्ना के अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोक दिया गया, जो उनके रिश्ते की जटिलताओं को दर्शाता है।
अनीता की कहानी ने एक ऐसे व्यक्ति की छवि पेश की है जो सिनेमा की चमक-दमक के पीछे के अकेलेपन और दुःख को समझती है। उनकी बयानों से यह भी पता चलता है कि प्यार और रिश्ते अक्सर समाज के सामने जिन रूपों में प्रकट नहीं होते, वे असल में कितने जटिल हो सकते हैं।
राजेश खन्ना का जीवन, उनकी प्रसिद्धि और उनके रिश्ते कई सवाल उठाते हैं, जो भारतीय सिनेमा की दुनिया की वास्तविकता को उजागर करते हैं। अनीता का यह बयान उनके और राजेश खन्ना के संबंधों के बारे में एक नई पहलू प्रस्तुत करता है, जो कि प्रशंसकों के लिए एक नई चर्चा का विषय बन गया है।
इस कहानी में अभिनेताओं के निजी जीवन, प्रेम संबंधों, और उन जटिलताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है जो अक्सर मीडिया की नजरों से छिपी रहती हैं। अनीता के बयान से यह साबित होता है कि राजेश खन्ना की जिंदगी में सिर्फ फिल्मी सितारे नहीं थे, बल्कि भावनाएँ और जटिल संबंध भी थे, जो अक्सर समाज की परख में सही नहीं बैठते।
यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो प्यार, समर्पण, और दर्द की जटिलताओं के बीच जी रहा था। अनीता ने अपनी बातों में स्पष्ट रूप से कहा कि मीडिया में जो कुछ भी लिखा जाता है, वह हमेशा असलियत को नहीं दर्शाता। उनके और राजेश खन्ना के संबंधों ने इस बात को और भी स्पष्ट किया कि रिश्ते कितने गहरे और अर्थपूर्ण हो सकते हैं, भले ही वे सामान्य समाज की नजरों से छिपे हों।
इस तरह से अनीता आडवाणी के दावे और उनकी कहानी ना केवल राजेश खन्ना के जीवन के एक अनदेखे पहलु को उजागर करती है, बल्कि हमारे समाज में प्यार और रिश्तों की वास्तविकता पर भी एक नई रोशनी डालती है।