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प्रक्षेपण के 14 सेकेंड में फटा रॉकेट एरिस, सैटेलाइट ले जाने के लिए आॅस्ट्रेलिया ने किया था तैयार

आॅस्ट्रेलिया से प्रक्षेपित किया गया रॉकेट एरिस प्रक्षेपण के 14 सेकेंड में ही फट गया। बताया गया कि गिल्मर स्पेस टेक्नोलॉजीज द्वारा प्रक्षेपित रॉकेट आॅस्ट्रेलिया में डिजाइन और निर्मित पहला कक्षीय प्रक्षेपण यान था। इस रॉकेट को छोटे उपग्रहों को कक्षा में ले जाने के लिए डिजाइन किया गया था।
रॉकेट को क्वींसलैंड राज्य के उत्तर में स्थित छोटे से शहर बोवेन के पास एक अंतरिक्ष केंद्र से स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह एक परीक्षण उड़ान में प्रक्षेपित किया गया। आॅस्ट्रेलियाई मीडिया में चल रहे वीडियो में रॉकेट प्रक्षेपण टॉवर से ऊपर उठता नजर आया। इसके बाद नजरों से ओझल हो गया। घटनास्थल के ऊपर धुएं का गुबार दिखा।
हालांकि कंपनी ने इस प्रक्षेपण को सफल बताया। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि सभी चार हाइब्रिड-चालित इंजन प्रज्वलित हुए और पहली उड़ान में इंजन का 23 सेकंड का बर्न टाइम और उड़ान का 14 सेकंड का समय शामिल था। कंपनी के सीईओ एडम गिल्मर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि रॉकेट लॉन्चपैड से उड़ान भर गया।
उन्होंने कहा कि जाहिर है मुझे और ज्यादा उड़ान का समय चाहिए होता, लेकिन मैं इससे खुश हूं। इससे पहले गिल्मर ने फरवरी में कहा था कि किसी निजी रॉकेट कंपनी का अपने पहले ही प्रयास में सफलतापूर्वक कक्षा में पहुंच जाना लगभग अनसुना है। कंपनी ने भी कहा था कि अगर रॉकेट जमीन से उड़ान भर लेता है, तो वह प्रक्षेपण को सफल मानेगी।
इससे पहले गिल्मर स्पेस टेक्नोलॉजीज ने मई और जुलाई की शुरूआत में रॉकेट के प्रक्षेपण की योजना बनाई थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं और खराब मौसम के कारण उन कार्यों को रद्द कर दिया गया। स्थानीय व्हिटसनडे क्षेत्रीय परिषद के मेयर राय कोलिन्स ने कहा कि पूरा हुआ प्रक्षेपण बड़ी उपलब्धि है, भले ही यान कक्षा तक नहीं पहुंच पाया। यह हमारे क्षेत्र में भविष्य के वाणिज्यिक अंतरिक्ष उद्योग की विशाल छलांग की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम है।
गिल्मर स्पेस टेक्नोलॉजीज को एरिस रॉकेट के लिए इस महीने देश की सरकार से पांच मिलियन आॅस्ट्रेलियाई डॉलर (3.2 मिलियन डॉलर) का अनुदान दिया है। कंपनी ने 2023 में आॅस्ट्रेलिया में नई अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के विकास और व्यावसायीकरण को बढ़ाने के लिए सरकार के साथ 52 मिलियन आॅस्ट्रेलियाई डॉलर का अनुदान समझौता किया। यूं तो आॅस्ट्रेलिया सैकड़ों उपकक्षीय वाहन प्रक्षेपणों का स्थल रहा है, लेकिन इससे पहले आॅस्ट्रेलिया से कक्षा में केवल दो सफल प्रक्षेपण हुए हैं। एरिस की पहली परीक्षण उड़ान 50 वर्षों से अधिक समय में आॅस्ट्रेलिया की ओर से पहला कक्षीय प्रक्षेपण प्रयास था।

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