इंडोनेशिया में समुद्री तूफान के कहर से स्पीडबोट पलटी, तीन बच्चों समेत 11 लापता

जकार्ता । इंडोनेशिया के पश्चिम सुमात्रा प्रांत के मेंटावाई द्वीपों के पास सोमवार को एक स्पीडबोट के पलटने से बड़ा हादसा हो गया। इस नौका पर कुल 18 लोग सवार थे, जिनमें से 11 लोग, जिनमें तीन बच्चे और एक स्थानीय सांसद भी शामिल हैं, अब तक लापता हैं। घटना उस समय हुई जब नाव तूफान के बीच तेज लहरों की चपेट में आ गई।
स्पीडबोट ने दोपहर में मेंटावाई द्वीपों के सिकारकप शहर से टुआपेजत शहर के लिए सफर शुरू किया था। यह यात्रा सामान्यत: दो घंटे से कम की होती है, लेकिन रास्ते में आए अचानक तूफान और तेज लहरों के कारण नाव सिपोरा जलडमरूमध्य में पलट गई। नाव में सवार 18 लोगों में से अधिकतर स्थानीय प्रशासन से जुड़े अधिकारी थे, जिनमें दो क्रू मेंबर भी शामिल थे।
स्थानीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख लाहमुदीन ने बताया कि सात लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और उनकी हालत स्थिर है। इन सभी को कई घंटे समुद्र में लहरों के बीच तैरते रहने के बाद बचाया गया। लाहमुदीन ने बताया कि नाव पर मौजूद कुछ बचे लोगों के अनुसार यह हादसा अचानक आए तेज तूफान और ऊंची लहरों के कारण हुआ।
राष्ट्रीय खोज एवं बचाव एजेंसी द्वारा जारी वीडियो में दिखाया गया है कि तेज बारिश और उफनते समुद्र के बीच रातभर रेस्क्यू आॅपरेशन जारी रहा। बचाव कार्य में रेस्क्यू शिप, रबर बोट, स्थानीय मछुआरे और तटीय ग्रामीण भी मदद कर रहे हैं। स्थानीय खोज और बचाव एजेंसी के प्रमुख रूडी ने बताया कि राहत अभियान में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है।
इंडोनेशिया में 17,000 से अधिक द्वीप हैं और यहां नावें और फेरी सेवाएं आम यात्रा का जरिया हैं। लेकिन कमजोर सुरक्षा मानकों और निगरानी की कमी के कारण यहां नौका हादसे आम बात हो गए हैं। इसी महीने बाली द्वीप के पास एक फेरी डूबने से 18 लोगों की मौत हुई थी और 17 लोग लापता हो गए थे। उस हादसे में 1,000 से ज्यादा बचावकर्मी, नौसेना के तीन जहाज, हेलिकॉप्टर और गोताखोर लगाए गए थे।
मेंटावाई द्वीपों में हुए इस ताजा हादसे में लापता लोगों की तलाश जोर-शोर से जारी है। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि जब तक सभी लोगों का पता नहीं चल जाता, राहत अभियान नहीं रोका जाएगा। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से भी सतर्क रहने और समुद्र में यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति की जानकारी लेने की अपील की है।