एसटीएफ की पकड़ से दूर फर्जी शस्त्र लाइसेंस के आरोपी
आगरा। आगरा में एसटीएफ ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस के आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। मीडियाकर्मी शोभित चतुवेर्दी की याचिका खारिज होने के बाद सभी 7 आरोपियों की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है।
हालांकि अब तक ये सभी एसटीएफ की पकड़ से दूर हैं। वहीं, इस मामले में आरोपी रिटायर्ड असलहा लिपिक संजय कपूर की सर्विस बुक तलब कर ली गई है। इधर, एसटीएफ ने भी वर्तमान असलहा लिपिक से शस्त्रों का रिकार्ड मांगा है।
इस मामले में थाना नाई की मंडी में 24 मई को केस दर्ज कराया गया था। इससे पहले 9 महीने जांच हुई थी। जांचकर्ता एसटीएफ के निरीक्षक यतेंद्र शर्मा थे। उन्होंने पाया था कि शस्त्र लाइसेंस बनवाने से लेकर शस्त्रों की खरीद फर्जी तरीके से की गई।
प्रोपर्टी डीलर भूपेंद्र सारस्वत, उसके पिता शिव कुमार सारस्वत, मीडियाकर्मी शोभित चतुवेर्दी, राजेश बघेल, मोहम्मद जैद, मोहम्मद अरशद और असलहा लिपिक संजय कपूर आरोपी हैं। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी भूमिगत हो गए हैं। अपना पक्ष के लिए भी वह विवेचक के सामने नहीं आए हैं। कुछ की लोकेशन आगरा से बाहर की आ रही है।
शोभित चतुवेर्दी, मोहम्मद जैद और अरशद ने मुकदमा खारिज करने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। शोभित चतुवेर्दी की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी। इससे अन्य आरोपियों को भी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
आगरा के रिटायर्ड असलाह लिपिक संजय कपूर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रशासन ने उनकी सर्विस बुक तलब कर ली है। संजय कपूर पर शस्त्र लाइसेंस की फाइलों में छेड़छाड़ कर दस्तावेजों में हेराफेरी करने का आरोप है।
इधर, वर्तमान असलाह लिपिक प्रशांत से एसटीएफ की पूछताछ के बाद उनकी भी जांच शुरू हो गई है। संजय कपूर तीन बार आयुध विभाग में लिपिक के रूप में तैनात रहे। वह शहरी क्षेत्र के शस्त्र लाइसेंस मामलों को देखते थे, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के मामलों में भी उनका प्रभाव रहता था। प्रशासन ने उनकी सर्विस फाइल मंगवा ली है। माना जा रहा है कि जांच के आधार पर उनकी पेंशन भी रोकी जा सकती है।
फर्जी शस्त्र लाइसेंस और अवैध हथियार कांड में फंसे रिटायर्ड असलहा लिपिक संजय कपूर की लोकेशन लगातार उत्तराखंड में मिल रही है। एसटीएफ ने उसके बारे में छानबीन की थी।
पता चला कि मुकदमा लिखने से पहले वह उत्तराखंड में धार्मिक यात्रा पर गया था। मुकदमे की जानकारी गैंग के एक सदस्य ने व्हाट्स ऐप कॉल करके दी थी। यह भी कहा था कि घबराने की जरूरत नहीं। लखनऊ जा रहा है। वहां से ही एसटीएफ के इंस्पेक्टर को फटकार लगवाएगा।