व्यापार समाचार

भारत दे सकता है यूके की अर्थव्यवस्था को रफ्तार

नई दिल्ली । वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारत यूनाइटेड किंगडम की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ने में मदद कर सकता है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया ग्लोबल फोरम में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इस समय पूरी दुनिया संकटों और चुनौतियों से भरी है। फिर भी भारत स्थिरता, तेज विकास के दौर में है। यहां के लोग अपने शांत स्वभाव के कारण पूरे विश्वभर में जाने जाते हैं। चार करोड़ भारतीय विश्व के अलग-अलग देशों में रहते हैं, जिन्हें उनकी प्रतिभा और कौशल के लिए पहचाना जाता है।
उद्योग मंत्री ने यूके और भारत के मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसे मुफ्त में दिए जाने वाला कहा न्यायपूर्ण नहीं है, भारतीय यूके में जाकर वहां की अर्थव्यवस्था में मूल्य जोड़ने का काम करते हैं।
मंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है कि एफटीए का फैसला इस बार नई सरकार के आने के बाद उठाया गया है। पिछले तीन वर्षों से इस पर चर्चा चल रही थी। एफटीए के तहत भारत 90 प्रतिशत ब्रिटिश वस्तुओं पर आयात शुल्क कम करेगा, जिसमें 85 प्रतिशत दस वर्ष की अवधि में पूरी तरह से शुल्क मुक्त हो जाएंगे। इसके बदले में ब्रिटेन ने भारत के कुछ उत्पादों पर टैरिफ को कम करने पर सहमति जताई है। इससे 99 प्रतिशत भारतीय वस्तुओं पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
पीयूष गोयल दो दिवसीय यूके दौर पर हैं। वहां उन्होंने ब्रिटेन की संस्कृति, मीडिया और खेल मंत्री लिसा नंदी से मुलाकात की । गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस बैठक से संबंधित पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि लीसा नंदी के साथ अच्छी चर्चा हुई। दो महान लोकतंत्रों के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए अधिक अवसरों की खोज की। हमारे जीवंत द्विपक्षीय संबंधों के एक आवश्यक स्तंभ, अधिक सांस्कृतिक सहयोग और रचनात्मक अदान-प्रदान के लिए रास्ते तलाशे।

Related Articles

Back to top button