हाथरस के मेला श्री दाऊजी महाराज में हुआ ब्रजभाषा कवि-सम्मेलन:कवियों का हुआ सम्मान… ऐसी ब्रज भाषा जैसे भोग में बताशा
हाथरस की मेला श्री दाऊजी महाराज में ब्रजभाषा कवि सम्मेलन हुआ। यह कवि सम्मेलन ब्रजभाषा कवि सुरेश चतुर्वेदी की स्मृति में हुआ। इसका उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, मुरसान ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय, सीओ सिटी रामप्रवेश राय आदि ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में अतिथियों और कवियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर सुरेश चतुर्वेदी ब्रजभाषा कवि पुरस्कार उनके पुत्र आनंद चतुर्वेदी और गोपाल चतुर्वेदी ने भूपेंद्र भरतपुरी को दिया।
संत हाथरसी पुरस्कार से कवि और पूर्व सांसद ओमपाल सिंह निडर को सम्मानित किया गया। इस मौके पर कुछ अन्य कवियों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर ब्रज भाषा के महत्व को बताया गया। श्री कृष्ण की भक्ति का भी गुनगान हुआ। कवि सम्मेलन में ओमपाल सिंह निडर ने…काली काली गोल गोल, इत उत डोल डोल.. रचना प्रस्तुत की।
आगरा से आए डॉ. बृज बिहारी लाल बिरजू ने ब्रजभाषा के महत्व को बताते हुए यह रचना सुनाई.. ऐसी ब्रजभाषा जैसे भोग में बताशा, कहूं कुंजन में कान्हा ने बांसुरी बजाई है, सुन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अन्य कवियों ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।