मणिपुर: उग्रवादियों से लोहा लेते मेजर अमित देसवाल शहीद
नई दिल्ली।
भारतीय सेना के 21 पैरा के मेजर अमित देसवाल उग्रवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। मणिपुर के तामेंगलेग जिले में जेडीयूएफ उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान मेजर देसवाल को गोलियां लगी थीं। इसके फौरन बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। मुठभेड़ में एक आतंकी को भी मार गिराया गया है।
मणिपुर के तामेंगलेग जिले के घने जंगलों में जेडीयूएफ उग्रवादियों ने छिपकर हमला किया। दोनों ओर से काफी देर तक फायरिंग होती रही। इसके बाद मेजर अमित के पेट में कई गोलियां लगीं।
मेजर देसवाल 10 जून 2006 को सेना में भर्ती हुए थे। करीब तीन महीने पहले ही उन्हें यहां पोस्टिंग मिली थी। उन्हें कई अभियानों में मिली सफलताओं के बाद स्पेशल फोर्स के लिए चुना गया था। 2011 में मेजर देसवाल ने घाटक कोर्स के प्रशिक्षण में दिखी थी। वे कुछ महीनों पहले ही यूएन पीसकीपिंग फोर्स में ड्यूटी से लौटे थे।
मेजर देसवाल हरियाणा के झज्जर के रहने वाले थे। उनकी एक तीन साल की बेटी भी है।