मथुरा में मंडलायुक्त ने की जीवन पोर्टल की शुरूआत:जन्म और मृत्यु का पंजीकरण कराना होगा आसान

मथुरा । मथुरा में जन्म और मृत्यु पंजीकरण प्रक्रिया को सुविधाजनक तथा पारदर्शी बनाने के लिए ‘जीवन पोर्टल’ का शुभारंभ किया गया है। मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार ने इस पोर्टल का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य जन्म और मृत्यु संबंधी सभी सूचनाओं का समयबद्ध, सटीक और शत-प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित करना है।
मंडलायुक्त ने अधिकारियों को पोर्टल की नियमित समीक्षा करने और भारत सरकार के साथ-साथ जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम के लक्ष्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी बताया कि यदि यह पोर्टल मथुरा में सफल होता है, तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा सकता है।
यह पोर्टल एचडीएफसी बैंक के सहयोग से विकसित किया गया है। इसके संचालन के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा विकास खंड स्तर पर सचिवों, आशा वर्कर्स और पंचायत सहायकों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने पोर्टल की कार्यप्रणाली और लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर जिलाधिकारी सीपी सिंह और सीडीओ मनीष मीना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
1 जनवरी 2025 से 31 अक्टूबर 2025 के बीच किए गए डेटा विश्लेषण में सामने आया कि मथुरा में 21 दिनों की समयसीमा के भीतर कुल 29,105 जन्म पंजीकृत हुए, जिनमें से ग्रामीण क्षेत्र में केवल 4,818 पंजीकरण दर्ज किए गए थे। एक वर्ष बाद की अवधि में कुल 35,678 जन्म पंजीकरण हुए, जिनमें ग्रामीण क्षेत्र के 23,195 और शहरी क्षेत्र के 12,483 मामले शामिल हैं। इसी अवधि में कुल 7,643 मृत्यु के मामले दर्ज हुए, जिनमें 2,644 महिलाएं और 4,999 पुरुष शामिल थे।
जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम के अनुसार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहू, ग्राम प्रधान, पार्षद और पंचायत सहायकों द्वारा दी गई सूचना के आधार पर 21 दिनों के भीतर पंजीकरण अनिवार्य है।




