रिश्वत में जूते मांगने वाले 2 सिपाही सस्पेंड:रुपए नहीं देने पर दुकानदार से लिए; 9 के खिलाफ जांच के आदेश

आगरा । आगरा में रिश्वत में जूते मांगने वाले 2 सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया। सिपाहियों ने केस से नाम हटाने के लिए दुकानदार से रिश्वत मांगी। इस पर उसने पैसे न होने की बात कही। सिपाहियों ने कहा- कोई बात नहीं अगर पैसे नहीं तो जूते ही दे दो। दोनों सिपाही 4 जोड़ी ब्रांडेड जूते लेकर दुकान से ले गए।
सिपाहियों की ये करतूत दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। पीड़ित दुकानदार ने कमिश्नर के हेल्पलाइन नंबर पर सिपाहियों की शिकायत की। कमिश्नर ने जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही कौशल और विश्वनाथ को सस्पेंड कर दिया। ये दोनों एसीपी आॅफिस में तैनात थे।
इधर, एसीपी लोहामंडी थाने में तैनात सिपाही प्रतीक कुमार को भी सस्पेंड किया गया। उसने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई का डर दिखाकर एक व्यक्ति से पैसे मांगे थे। इसके अलावा 4 दरोगा और 5 सिपाही के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए हैं। इनमें ज्यादातर मामले रिश्वत से जुड़े हैं।
कोतवाली कार्यालय में तैनात सिपाही कौशल और विश्वनाथ को एक जांच सौंपी गई थी। उन्हें जूता कारोबारी का बयान दर्ज कर रिपोर्ट एसीपी को देनी थी। दोनों ने व्यापारी से जांच उसके पक्ष में करने के लिए रुपए की डिमांड की।
व्यापारी के मना करने पर दोनों उससे 4 जोड़ी जूते ले गए। इसके बाद दुकानदार ने फोन करके पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार से सिपाहियों की शिकायत कर दी। कमिश्नर ने डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास को सिपाहियों की जांच के आदेश दिए।
दुकानदार ने डीसीपी को अपनी और सिपाहियों की बातचीत की रिकॉर्डिंग और भी सौंपे। जांच में सिपाहियों पर लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया।



