मथुरा में वीकेंड पर 2.50 लाख श्रद्धालु पहुंचे:वृंदावन की गालियां पैक, रास्तों पर पैर रखने की जगह नहीं

मथुरा । दिवाली के बाद वृंदावन में भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। वीकेंड पर शनिवार को दो से ढाई लाख भक्त पहुंचे। रविवार सुबह तक भीड़ और बढ़ने की संभावना है। मंदिरों की तरफ जाने वाले रास्ते श्रद्धालुओं से पैक हो गए हैं। गलियों से निकलना दुश्वार हो गया है। गलियों और बांके बिहारी मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते पर पैर रखने की जगह नहीं बची।
वृंदावन में भीड़ के कुछ वीडियो सामने आए हैं। यहां बांके बिहारी, राधा बल्लभ, निधिवन, रंगनाथ जी, राधारमण मंदिर जाने वाले रास्ते श्रद्धालुओं से भरे नजर आ रहे हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ रहा।
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि भीड़ आने से होटल, गेस्ट हाउस में रूम फूल हैं। पुलिस ने बाहरी वाहनों को शहर से बाहर एंट्री पॉइंट पर रोक दिया। एंट्री पॉइंट बांके बिहारी मंदिर से करीब 4 किमी दूर है। सामान्य दिनों में वाहन मंदिर से 500 मीटर दूरी तक आते हैं। बांके बिहारी मंदिर जाने वाले भक्तों को भी रस्सी से रोक-रोककर भेजा जा रहा है।
वृंदावन में भारी भीड़ उमड़ी तो सबसे बुरा हाल बांके बिहारी मंदिर जाने वाले रास्तों का रहा। यहां स्थिति यह थी कि दूर तक श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आ रहे। भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिस के पसीने छूट गए। पुलिस को रस्सियों का सहारा लेना पड़ा। रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं को रोक-रोककर आगे बढ़ाया गया।
शहर में जाम का सबसे बड़ा कारण ई-रिक्शा बन रहे हैं। बेतरतीब तरीके से चल रहे ई-रिक्शा के कारण शहर दिन भर जाम रहा। स्थानीय लोगों को जरूरी काम से जाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। ई-रिक्शा चालक मुख्य रास्तों पर तो जाम लगा ही रहे थे, गलियों को भी जाम करने से नहीं चूके।
शहर में जाम लगाने में दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक भी पीछे नहीं रहे। वाहनों के फंसे होने पर जबरन आगे निकलने के लिए वो दूसरी और तीसरी लाइन में जाते दिखाई दिए। इस वजह से सामने से आने वाले वाहन चालक अपने वाहन नहीं निकाल पा रहे थे।
वृंदावन में आए दिन ट्रैफिक जाम से स्थानीय लोग अब परेशान होने लगे हैं। इस जाम के कारण लोग अपने जरूरी कामों को समय पर निपटा नहीं पा रहे। साथ ही उनके यहां आने वाले परिचित और रिश्तेदारों को भी अव्यवस्था का सामना करना पड़ता है।
ट्रैफिक पुलिस बाहरी वाहनों को तो शहर के बाहर रोक देती है। लेकिन, शहर के अंदर हजारों ई-रिक्शा की व्यवस्था नहीं बना पा रही। शहर के एंट्री पॉइंट पर कई-कई ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिखाई देते हैं। लेकिन, शहर के जाम वाले पॉइंट पर एक या दो ट्रैफिक पुलिसकर्मी ही तैनात रहते हैं।
इससे पहले 24 अक्टूबर को भी वृंदावन की सड़कें वाहनों से भरी नजर आई। हर रास्ते पर जाम देखने को मिला। मथुरा-वृंदावन रोड, छठीकरा वृंदावन रोड और एक्सप्रेस-वे से आने वाले रोड रास्ते पैक थे। कई जगह पैदल निकलना भी दुश्वार था। जाम के कारण लोग घंटों फंसे रहे।




