गोवा में कांग्रेस के साथ गठबंधन से आम आदमी पार्टी का इनकार, दल-बदल की चिंताओं के चलते लिया फैसला

पणजी । गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) ने स्पष्ट किया है कि वह कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार के गठबंधन में नहीं जाएगी। पार्टी ने कहा कि यह निर्णय दल में चचार्ओं के बाद लिया गया क्योंकि कोई भी यह गारंटी नहीं दे सकता कि कांग्रेस के विधायक भविष्य में फिर से सत्ता में मौजूद भाजपा में शामिल नहीं हो जाएंगे। यह बयान ऐसे समय आया है जब गोवा आप के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कलंगुटकर ने बुधवार को अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे का कारण बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने 2027 के विधानसभा चुनावों में अन्य विपक्षी दलों के साथ गठबंधन न करने का निर्णय लिया है। कलंगुटकर का मानना है कि इससे विपक्षी वोट बंट जाएंगे और भाजपा को फायदा होगा।
आप के गोवा अध्यक्ष अमित पालेकर ने बयान में कहा कि राजेश कलंगुटकर ने कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे को मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास कई चचार्एं हुईं, और हमने स्पष्ट निर्णय लिया कि हम कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। इसका कारण यह है कि कोई यह नहीं बता सकता कि कांग्रेस के विधायक फिर से भाजपा में शामिल नहीं होंगे।’
अमित पालेकर ने आगे कहा कि लगातार दल-बदल और पार्टी बदलने के बाद कांग्रेस अब भी ऐसे उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है जो जीतने पर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद फ्रांसिस्को सरडिन्हा ने स्पष्ट कहा है कि अगर कांग्रेस को 2027 में बहुमत नहीं मिलता, तो उनके विधायक फिर से भाजपा में चले जाएंगे। आप का कहना है कि वह गोवा में भाजपा सरकार बनने में योगदान नहीं दे सकती।
बता दें कि, आप के दो विधायक गोवा विधानसभा में हैं, जबकि कांग्रेस के तीन विधायक हैं। गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में आप पहली बार 2022 के चुनाव में जीती थी। 2022 के चुनाव के बाद, कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक भाजपा में चले गए। इससे पहले, जुलाई 2019 में 10 कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो चुके थे।