अगले जन्म में मिलेगा राजसी सुख, कार्तिक माह में इन चीजों के दान से मिलेगा ये पुण्य फल

हिंदू पंचांग में कार्तिक मास को वर्ष का सबसे पुण्यदायी महीना माना गया है। व्यक्ति के पास स्नान, दान और दीपदान के माध्यम से आत्म शुद्धि करने का यह सुनहरा अवसर होता है। यह विष्णु जी का प्रिय महीना होता है। शास्त्रों में लिखा है कि खुद ब्रह्माजी ने इस माह के महत्व का बखान किया है। उन्होंने नारदजी से कहा, “न कार्तिकसमो मासो न कृतेन समं युगं, न वेदं सदृशं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समं”
इसका मतलब है कि कार्तिक महीने के समान कोई दूसरा महीना नहीं। ठीक उसी तरह जैसे कि सतयुग जैसा कोई युग नहीं, वेदों की तरह कोई शास्त्र नहीं और गंगा के समान कोई अन्य तीर्थ नहीं। ऐसा कहा जाता है कि इस पवित्र महीने में प्राणी द्वारा किए गए सभी अच्छे काम देवता स्वयं स्वीकार करते हैं।
कार्तिक माह में किया गया दान देता है हजार गुना फल
कार्तिक के पवित्र महीने में हर दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करके नदी या तालाब में दीपदान करने का विधान है। माना जाता है कि इससे व्यक्ति को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। शास्त्र कहते हैं कि इसी महीने में तुलसी पूजा और गंगा स्नान करने से देवी रुक्मिणी को पुण्यों फलों की प्राप्ति हुई और उन्हें अगले जन्म में श्रीकृष्ण की पत्नि बनने का सौभाग्य मिला था। इसी के साथ कार्तिक मास में किया गया दान जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है। इस समय किया गया अन्न, वस्त्र, दीप या भूमि आदि का दान हजारों गुना फल देने वाला होता है।
कार्तिक माह में जरूर दान करें ये चीजें
धर्मग्रंथों में कहा गया है कि गरीबों, ब्राह्मणों और जरूरतमंद की सेवा से भगवान की कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि कार्तिक माह में श्रद्धा भाव से कुछ चीजों के दान से करने से व्यक्ति को अगले जन्म में राजसी सुख की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं इस पवित्र महीने में किन चीजों को बांटना फलदायक माना गया है।
शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास में अन्न दान का विशेष महत्व है। ऐसा करने से अक्षय पुण्य मिलते हैं और पाप नष्ट होते हैं।
कार्तिक माह में 7 प्रकार के अनाज का दान करने का विधान है। इससे व्यक्ति को अपने बाकी के जन्मों में सुख-समृद्धि मिलती है।
इस महीने में सुहागिन महिलाओं को उपहार स्वरूप सुहाग का सामान देना शुभ माना गया है। इससे आपका अखंड सुहाग बने रहने का वरदान मिलता है।
कार्तिक मास में श्री हरि विष्णु को तिल अर्पित करने करना चाहिए। इससे व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।