मौसम समाचार: यूपी के इस जिले में गर्मी और आर्द्रता में परिवर्तन, अगले 24 घंटे में हालात बदलेंगे।

आगरा में मौसम की स्थिति
आगरा में इन दिनों लोग गर्मी और आर्द्रता से काफी परेशान हैं। दिन के समय तेज धूप के चलते लोगों को बहुत दिक्कत होती है। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि, शनिवार को बारिश होने की उम्मीद जताई गई है, जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।
गर्मी और आर्द्रता का असर
गर्मी और आर्द्रता की वजह से शुक्रवार को लोग पूरे दिन असहज महसूस करते रहे। दोपहर के समय कुछ समय के लिए बादल छाए रहे, लेकिन फिर भी तीव्र धूप ने लोगों को परेशान किया। जब लोग तेज धूप में घर से बाहर निकलते, तो उन्हें पसीने से तरबतर होना पड़ता। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि रविवार को बारिश होने की संभावना है, जो कि इस गर्मी से कुछ राहत प्रदान कर सकती है।
सुबह से ही सूरज ने तेज रोशनी फैलाना शुरू कर दिया था। सुबह नौ बजे के बाद यह और भी अधिक तीखा हो गया। इस समय तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस था। दिन के समय सुबह 11 बजे के बाद धूप की तीव्रता बढ़ने लगी।
दिन का तापमान और रात की परिस्थितियाँ
दिन के समय तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जबकि रात में भी गर्मी से कोई राहत नहीं मिल रही है। दोपहर में एक बजे के बाद कुछ समय के लिए बादल छाने से राहत मिली। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को बादल छा सकते हैं और रविवार को बारिश की भी संभावना है।
यमुना नदी का बढ़ता जल स्तर
यमुना नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण क्षेत्र के किसान काफी चिंतित हैं। चार तहसीलों में सैकड़ों किसानों ने इस समस्या के चलते अपनी नींद खो दी है। शनिवार को नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है, जिससे 1500 से अधिक बीघा फसलें जलमग्न हो जाएंगी। पिछले दो हफ्तों में जल स्तर 496 फीट तक पहुंच गया है, और इस बार यह इससे भी अधिक हो सकता है। यह किसानों के लिए बेहद चिंता की बात है क्योंकि उनकी फसलों को पहले ही बड़ा नुकसान हो चुका है।
खड़ी फसलों पर असर
किसान तिन्कू वर्मा, मुकुत सिंह और सत्यप्रकाश वर्मा का कहना है कि यमुना के जल स्तर में वृद्धि ने उनकी खड़ी फसलों को बेहद क्षति पहुंचाई है। अब और अधिक पानी छोड़ने की संभावना ने उनकी चिंता को और गहरा कर दिया है। यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही, तो आने वाले दिनों में खेतों में बचे खुचे फसल भी पूरी तरह नष्ट हो सकती हैं।
जोनेश्वर घाट की चिंताजनक स्थिति
फतेबाद में जोनेश्वर घाट की स्थिति बेहद चिंताजनक है। घाट की 14 सीढ़ियाँ पूरी तरह यमुना के पानी में डूब गई हैं। जल स्तर में वृद्धि के कारण प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की जा रही है। किसानों का कहना है कि यमुना में वृद्धि के चलते उनकी मेहनत की बर्बादी हो रही है। अब वे सरकार से मुआवजे और राहत की उम्मीद कर रहे हैं।
इन परिस्थितियों में, किसानों को यह आशा है कि सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करेगी और उन्हें सही समय पर राहत प्रदान की जाएगी। गर्मी और जल स्तर की स्थिति में सुधार होने के बाद ही वे फिर से अपनी फसल के लिए प्रयास कर सकेंगे।
अतः, इस समय आगरा में गर्मी और जल स्तर की चुनौतियों ने लोगों के जीवन को कठिन बना दिया है। सभी का यही प्रयास है कि जल्द से जल्द मौसम में सुधार हो, ताकि लोग आराम से अपने दैनिक जीवन को जी सकें।