राजनीतिक

Bihar Politics Live: Third Railway Line Update; Giriraj Singh Calls Rahul Gandhi’s Family Thieves, Accuses Them of Inciting Riots.

गिरिराज सिंह की बयानबाजी और बिहार की राजनीति

समस्तीपुर में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग बिहार में दंगा फैलाना चाहते हैं। गिरिराज ने स्पष्ट रूप से कहा, “राहुल गांधी और लालू जी के लाल बिहार में दंगा कराना चाहते हैं।”

राहुल गांधी पर आरोप

उन्होंने राहुल गांधी पर यह भी आरोप लगाया कि वह देश के प्रधानमंत्री को बेवजह गाली दे रहे हैं और उनका यह व्यवहार केवल देश के लिए नहीं, बल्कि बिहार के लिए भी शर्मनाक है। गिरिराज ने कहा कि राहुल गांधी ने 50 सालों तक राज किया और इस दौरान एक भी गरीब को गरीबी रेखा से ऊपर नहीं लाए। उन्होंने राहुल के परिवार को चोर बताते हुए कहा, “अगर बहस करनी है तो सामने आकर करें।”

बिहार की नई रेल परियोजना

चुनावी साल में केंद्र सरकार ने बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। मोदी सरकार ने भागलपुर-जमालपुर तीसरी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की लागत 1,156 करोड़ रुपए है और इसकी लंबाई 53 किलोमीटर होगी। इसे तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

रेलवे के वर्तमान हालात

भागलपुर-जमालपुर के बीच वर्तमान में दो रेल लाइनें हैं, जिनकी वजह से रोजाना लगभग 40-45 मालगाड़ियां चलती हैं। यहां पर ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है। नई तीसरी रेल लाइन बनने से न केवल नई ट्रेनों की सुविधा मिलेगी, बल्कि मौजूदा ट्रेनों के दबाव को भी कम किया जा सकेगा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की हालिया बैठक में बिहार की इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के अलावा अन्य चार रेल परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई। इनमें गुजरात के कच्छ क्षेत्र में नई रेल लाइनों की स्थापना को लेकर 2,526 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शामिल है।

चुनावी सियासत में हलचल

बिहार की चुनावी सियासत में गिरिराज सिंह का यह बयान एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। इस प्रकार के बयान और दुश्चिंताओं के बीच बिहार में चुनावी माहौल गर्म हो रहा है। कई राजनीतिक दल यहां अपनी स्थिति मजबूत बनाने के लिए सक्रिय हैं और इस घटना के बाद राजनीति में नई हलचल देखने को मिल सकती है।

निष्कर्ष

बिहार की राजनीति में गिरिराज सिंह के बयान और रेलवे परियोजनाओं की मंजूरी से एक नई दिशा मिल सकती है। इन घटनाओं की अनुमति से यह स्पष्ट होता है कि बिहार में सत्तारूढ़ दल अपने कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए निर्णायक कदम उठाने के लिए तत्पर है। इसके साथ ही, विपक्ष को भी चुनौती दी गई है कि वह अपनी भूमिका को ठीक से निभाए और लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रयासरत रहे।

यह सब घटनाक्रम दर्शाता है कि बिहार की राजनीतिक गतिविधियां और चुनावी रणभूमि एक बार फिर से सक्रिय हो रही हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बयानों और परियोजनाओं का क्रम बिहार की राजनीति पर किस प्रकार का प्रभाव डालता है।

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