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Gaurav Khanna Discusses His Desire for Children and His Wife’s Reluctance: Reasons Explained.

बिग बॉस 19: गौरव खन्ना के साहसिक फैसले का खुलासा

‘बिग बॉस 19’ में गौरव खन्ना ने अपनी पत्नी आकांक्षा चमोला की इच्छा का खुलासा किया है कि वे बच्चे नहीं चाहते हैं। गौरव ने यह भी कहा कि वे इस फैसले में अपनी पत्नी का साथ दे रहे हैं।

किसी भी रिश्ते में साथी का एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यही सोच के साथ गौरव ने इस मामले में अपनी पत्नी की राय को प्राथमिकता दी है। गौरव का मानना है कि जब प्यार होता है, तब साथी की खुशी भी जरूरी होती है।

शादी की बातें

गौरव ने बताया कि उनकी शादी को अब लगभग नौ वर्ष हो चुके हैं। जब मृदुल तिवारी ने गौरव से बच्चों के बारे में पूछा, तो उनके चेहरे पर एक विशेष भावोद्गार था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनकी पत्नी बच्चे नहीं चाहतीं, और उन्हें इस पर कोई ऐतराज नहीं है। गौरव ने कहा, “मेरी पत्नी को नहीं चाहिए।” यह सुनकर मृदुल थोड़े हैरान रह गए।

जिम्मेदारियों का वजन

गौरव ने समझाया कि बच्चे पालना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि यदि वे काम पर जाते हैं तो बच्चों को किसी और के पास छोड़ना उन्हें ठीक नहीं लगता। उन्होंने अपनी पत्नी की सोच को सही ठहराते हुए कहा कि यह एक बहुत बड़ा कदम है, और जब तक परिस्थितियां अनुकूल न हों, तब तक बच्चों के बारे में सोचना सही नहीं है।

मृदुल का सवाल

जब मृदुल ने गौरव से पूछा कि क्या वह नहीं चाहते थे कि उनके बच्चे हों, तो गौरव ने कहा कि पहले उनकी भी यही इच्छा थी, लेकिन जब आकांक्षा ने उन्हें इस बारे में समझाया तो उन्होंने भी अपनी सोच को बदला। गौरव ने कहा, “मैं चाहता था, लेकिन जब उन्होंने इसे स्पष्ट किया, मैंने समझा कि यह सही है।”

भविष्य की संभावनाएँ

मृदुल ने सुझाव दिया कि शायद कुछ सालों बाद उनकी सोच में बदलाव आए। इस पर गौरव ने कहा, “हां, कभी ना नहीं कहना चाहिए।” यह बात दर्शाती है कि गौरव और उनकी पत्नी ने साथ मिलकर अपने जीवन के फैसले लेने का साहस दिखाया है।

अंत में

गौरव खन्ना और आकांक्षा चमोला का यह निर्णय एक मिसाल पेश करता है कि कैसे रिश्तों में संवाद और समझ होना चाहिए। जीवन के कई मोड़ आते हैं और हम सभी को अपनी प्राथमिकताओं का सही तरीके से मूल्यांकन करना चाहिए। ऐसे में एक साथी की सोच को समझना और उसे सम्मान देना ही सफलता की कुंजी है।

गौरव खन्ना की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि परिवार planning करना यकीनन एक महत्वपूर्ण निर्णय है, और हर इंसान का दृढता से अपने सिद्धांतों पर खड़ा होना भी आवश्यक है। जहाँ एक ओर बच्चे पालना एक अनमोल अनुभव है, वहीं दूसरी ओर यह एक गंभीर जिम्मेदारी भी है।

उनका यह निर्णय सभी को यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या हम हमेशा पारंपरिक सोच को अपनाने के लिए मजबूर हैं, या हमें अपने साथी की इच्छाओं और हमारे जीवन के लक्ष्यों के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है।

गौरव और आकांक्षा की कहानी यह दिखाने के लिए काफी है कि रिश्ते में समझ और सहयोग से ही आगे बढ़ा जा सकता है। वे अपने जीवन के इस सफर को अपने तरीके से जीने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और यही बात उन्हें इस समय के सबसे पसंदीदा कपड़ों में एक बनाती है।

हम सब उनसे प्रेरणा ले सकते हैं कि कैसे एक स्वस्थ सम्बन्ध में मुद्दों को बखूबी संभालना चाहिए। यह जीवन के कठिनाईयों या चुनौतियों का सामना करने का एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है।

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