हैदराबाद में गणेश मूर्ति के लिए रेवांथ रेड्डी का सफेद शर्ट, काली पैंट और हरी शॉल लुक

गणेश चतुर्थी का उत्सव: तेलंगाना में अनूठा आयोजन
गणेश चतुर्थी का त्योहार देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह पर्व केवल धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक भी है। मुंबई से लेकर दिल्ली और फिर तेलंगाना तक, लोगों ने इस अवसर पर अपार उत्साह और उल्लास के साथ भाग लिया। तेलंगाना में इस 축हार ने अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किए, जहां हर जगह भक्ति और जश्न का माहौल था।
गणेश प्रतिमा का अनोखा स्वरूप
तेलंगाना में, मछुआरे कोऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष ने एक विशेष गणेश प्रतिमा की स्थापना की। यह प्रतिमा मुख्यमंत्री मेट्टू साईं कुमार की शैली में तैयार की गई थी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपनी रुचि और प्रतिभा को दर्शाते हुए इस प्रतिमा को प्रतिष्ठित किया।
मुख्यमंत्री की जैसी पोशाक में गणेश जी
गणेश प्रतिमा को “तेलंगाना राइजिंग” थीम के तहत प्रस्तुत किया गया है। इसमें गणेश जी को एक विशेष पोशाक में दिखाया गया है, जो मुख्यमंत्री की प्रभावशाली छवि से प्रेरित है। उन्होंने सफेद शर्ट, काली पतलून और हरे शॉल में गणेश जी को सजाया गया है, जो मुख्यमंत्री की पदयात्रा के दौरान पहनी गई थीं।
आयोजन का उद्देश्य
मेट्टू साईं कुमार ने बताया कि पिछले 5 से 10 वर्षों में गणेश चतुर्थी पर वे हमेशा विभिन्न फिल्मों की थीम पर आधारित मूर्तियों की स्थापना करते आ रहे हैं। इस साल, उन्होंने तेलंगाना की विकास दृष्टि और मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए “तेलंगाना राइजिंग” का संदेश दिया है। उनका उद्देश्य राज्यों की प्रगति और विकास को प्रदर्शित करना है।
विघ्नाराजा का आशीर्वाद
मेट्टू साईं कुमार ने गणेश जी को विघ्नाराजा के रूप में प्रस्तुत किया, जो सभी बाधाओं को दूर करने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि गणेश जी के आशीर्वाद से तेलंगाना आगे बढ़ेगा। उनका परिवार हमेशा से इस प्रोजेक्ट का एक हिस्सा रहा है, और इस बार उन्होंने मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार गणेश प्रतिमा का निर्माण किया है।
गणेश चतुर्थी केवल एक पावन पर्व नहीं है, बल्कि यह समाज में एकता, समर्पण और नए संकल्पों का संदेश भी देता है। यह समय है, जब लोग अपने धार्मिक विश्वासों को एक साथ मनाते हैं, और आने वाले वर्षों में एक सकारात्मक दिशा में बढ़ने के लिए संकल्प लेते हैं। प्रत्येक वर्ष इस पर्व के माध्यम से जोश और उत्साह का संचार होता है।