सिंगर के मंगेतर ने रेसलर की तरह जूते से हमला किया, उसने कहा- मैं गिड़गिड़ाती रही।

सिंगर सुचित्रा ने अपने मंगेतर शुनमुगराज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शुनमुगराज, जो चेन्नई हाई कोर्ट के वकील हैं, पर सुचित्रा ने घरेलू हिंसा, वित्तीय धोखाधड़ी और उनके चेन्नई स्थित घर में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप लगाए हैं।
हाल ही में, उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें भावनात्मक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है और वे अब कानूनी कार्रवाई की योजना बना रही हैं। सुचित्रा ने यह भी दावा किया कि उन्हें चेन्नई के अपने घर से बाहर निकाल दिया गया था। इसके बाद, कुछ महीने पहले उन्होंने एक नई नौकरी प्राप्त की और मुंबई चली गईं।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “चाहे जो भी कर्म हो, मैं एक औरत होने के नाते हार नहीं मानूंगी। शुनमुगराज ने मेरी मेहनत की कमाई चुरा ली। जो मैंने उन गानों के जरिए बहुत कठिनाई से कमाए थे, जो आप लोगों ने पसंद किए थे। गाना गाना कठिन नहीं है। लेकिन पेशेवर बने रहना, फ्लर्ट्स को नजरअंदाज करना, और सुरक्षित रहना वास्तव में चुनौतीपूर्ण है।”
उनके शब्दों में एक गहरी निराशा और संघर्ष दिखाई देता है। उन्होंने कहा, “एक हिंसक आदमी तभी डरावना लगता है जब वह शारीरिक रूप से आपके करीब हो। अब मैं शुनमुगराज के शारीरिक उत्पीड़न से दूर हूं। मैं उसे गिराने के लिए हर संभव डिजिटल टूल का उपयोग करूंगी। आप इसके बारे में तब तक नहीं सुनेंगे जब तक मैं बताना नहीं चाहूंगी। लेकिन मुझे एहसास हुआ है कि मुझे खुद से और अपने गानों से शुनमुगराज से कहीं ज्यादा प्यार है। मैं उसका पीछा करूंगी जब तक वह मेरा हर एक पैसा वापस नहीं कर देता।”
सुचित्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “सुचि लीक्स एपिसोड के बाद मैंने सोचा कि इससे बुरा क्या हो सकता है। लेकिन इसके विपरीत, मेरे जीवन में और भी बुरा हुआ। मुझे प्यार हो गया है। मुझे कई बार मारा गया। उसने मुझे WWF रेसलर की तरह जूतों से लात मारी। मैं एक कोने में बैठकर रोती रहती थी और उसके सामने गिड़गिड़ाती थी।”
यह उल्लेख करना आवश्यक है कि 2016 में सामने आए “सुचि लीक्स” विवाद में एक ट्विटर अकाउंट से निजी और अश्लील सामग्री लीक होने का मामला शामिल था, जिसने कई तमिल हस्तियों को प्रभावित किया।
सुचित्रा की कहानी न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी को उजागर करती है बल्कि समाज में घरेलू हिंसा और आर्थिक शोषण जैसे गंभीर मुद्दों पर भी प्रकाश डालती है। इस प्रकार के मुद्दों से जुड़े अनुभव साझा करने से जागरूकता बढ़ती है और ऐसे मामलों में अन्य पीड़ितों को अपने हक के लिए खड़े होने की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि वह न केवल खुद को बल्कि अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करना चाहती हैं। वह चाहती हैं कि महिलाएं कभी भी अपने हक से समझौता न करें और हमेशा अपने प्रति ईमानदार रहें।
इस स्थिति में उनके समर्थन के लिए, कई फैंस और सहकर्मी भी आगे आए हैं। वे सोशल मीडिया पर उनकी हिम्मत और साहस की प्रशंसा कर रहे हैं। यह दिखाता है कि समाज में इस तरह के मुद्दों के खिलाफ एकजुटता की कितनी आवश्यकता है।
सुचित्रा ने जो भी साहसिक कदम उठाए हैं, वे केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि सभी उन महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन सकते हैं, जो इसी तरह की मुश्किलों का सामना कर रही हैं। उन्होंने साबित किया है कि आज की किसी भी महिला के लिए अपने अधिकारों की रक्षा करना और अपने आत्मसम्मान को बनाए रखना संभव है।
एक कलाकार के रूप में, सुचित्रा ने हमेशा अपने संगीत से लोगों का दिल जीता है। अब, उनकी यह कहानी और संघर्ष न केवल उनके करियर को प्रभावित करेगा, बल्कि यह भी सिद्ध करेगा कि संगीत और कला का असली उद्देश्य समुदाय को जागरूक करना और उसकी भलाई के लिए काम करना है।
यह समय है जब महिलाएं अपनी आवाज उठाएं और अपने अधिकारों के लिए लड़ें। सुचित्रा ने यह दिखाया है कि एक महिला वह सब कुछ सहन कर सकती है, लेकिन जब उसकी गरिमा और स्वाभिमान की बात आती है, तो वह कभी पीछे नहीं हटेगी। उनकी कहानी यह दिखाती है कि सच्ची ताकत यह है कि कैसे आप कठिनाइयों का सामना करते हैं और अपनी आवाज को मजबूत बनाए रखते हैं।
आखिरकार, सुचित्रा की कहानी हमारे समाज में एक बड़े परिवर्तन की आवश्यकता को दर्शाती है। यह एक संकेत है कि हमें अपने आस-पास की दुखदायकी को पहचानना चाहिए और इसका सामना करना चाहिए। यह सभी के लिए एक प्रेरणा है कि हमें अपने आसपास की अन्याय के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और इसे खत्म करना चाहिए।
इस तरह के अनुभव साझा करने से न केवल जागरूकता बढ़ती है, बल्कि यह समाजिक बदलाव की दिशा में भी एक कदम होता है। सुचित्रा जैसे कलाकारों का संघर्ष हमें यह सिखाता है कि जीवन की हर कठिनाई का सामना करना जरूरी है और अपने अधिकारों का पालन करना भी महत्वपूर्ण है।
ताकत तथा सहानुभूति का यह जज्बा समाज को एक नई दिशा में ले जा सकता है। सुचित्रा जैसी महिलाओं के अनुभव हमें यह बताते हैं कि जीवन में चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, हमें हार नहीं माननी चाहिए और हम हमेशा अपने लिए खड़े रहना चाहिए।