मार्क वुड ने कहा: ‘रोहित शर्मा को गेंदबाजी करना सबसे चुनौतीपूर्ण है’

इंग्लैंड के फास्ट गेंदबाज मार्क वुड का रोहित शर्मा पर बयान
मार्क वुड ने भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के बारे में एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि भारतीय क्रिकेट में रोहित शर्मा को गेंदबाजी करना उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण काम है। वुड का मानना है कि जब रोहित लय में होते हैं, तो उन्हें रोकना बेहद कठिन होता है। वे इसी कारण से घुटने की चोट के कारण भारत के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला से बाहर रहे हैं। वुड अब एशेज सीरीज़ से पहले सितंबर में काउंटी चैंपियनशिप में डरहम के साथ वापसी करने की योजना बना रहे हैं।
वुड का पॉडकास्ट में इंटरव्यू
एक पॉडकास्ट ‘द ओवरलैप क्रिकेट’ में वुड ने कहा कि भारत के खिलाफ खेलते समय उनका सामना करना सबसे कठिन होता है। उन्होंने अपने करियर के विभिन्न चरणों के संदर्भ में रोहित शर्मा का उल्लेख किया। वुड ने कहा, “जब आप उन्हें गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो लग रहा होता है कि उनके पास बाहर निकलने का मौका है। लेकिन अगर वह उस दिन के रूप में होते हैं, तो वह सचमुच महान बल्लेबाज साबित होते हैं।”
वुड ने यह स्वीकार किया कि उनके लिए रोहित शर्मा पर किसी गेंद से रोक लगाना मुश्किल होता है।
कोहली और पंत के खिलाफ गेंदबाजी करना
वुड ने विराट कोहली और ऋषभ पंत को भी चुनौतीपूर्ण बल्लेबाज माना है। उन्होंने कहा कि कोहली और पंत जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी करना भी आसान नहीं होता। वुड ने कहा, “गेंदबाजी करते समय मुझे हमेशा यही लगता था कि कोहली का बल्ला चौड़ा हो रहा है। वह आसानी से शॉट खेलने में सक्षम हैं।”
वुड ने यह भी कहा कि हाल के वर्षों में वह क्रिकेट के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक बन गए हैं। उन्होंने 145 किमी प्रति घंटे से अधिक की गेंदबाजी की है। वे कोहली और पंत को एक कठिन प्रतियोगी मानते हैं।
कोहली के प्रतिस्पर्धा के गुण
वुड ने विराट कोहली के बारे में बात करते हुए उन्हें “अविश्वसनीय प्रतिस्पर्धी” बताया। उन्होंने कहा, “मेरे लिए कोहली की कमजोरी चौथे और पांचवें स्टंप पर देखी जाती थी, लेकिन जब भी मैंने उन्हें वहां गेंदबाजी की, उन्होंने यह कभी नहीं छोड़ा। इसलिए उन्हें गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण होता है।”
रोहित शर्मा और विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं, लेकिन दोनों वनडे प्रारूप में सक्रिय रहना जारी रखे हुए हैं।
ऋषभ पंत की खासियत
मार्क वुड ने ऋषभ पंत के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “पंत एक अप्रत्याशित बल्लेबाज हैं। यदि आप हमेशा एक ही तरह से गेंदबाजी करते हैं, तो उनकी आंखें बहुत तेज होती हैं और वह बड़े शॉट्स खेलने में सक्षम होते हैं। इसलिए जब आप उन्हें गेंदबाजी करते हैं, तो आपको धीमी गेंद, उच्च बाउंसर या शार्प यॉर्कर जैसी विविधताओं की कोशिश करनी चाहिए।”
क्राउड के रिएक्शन पर ध्यान देते हुए वुड ने कहा कि जोड़ी पंत और कोहली से मुकाबला करना काफी चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने कहा, “गेंदबाजी करते समय मुझे कभी-कभी लगता था कि वह आसानी से चौकों के लिए हिट कर देंगे। इस वजह से, मुझे हर समय सावधान रहना पड़ता था। उनका खेलने का तरीका बिल्कुल अनोखा है।”
मार्क वुड का यह भी मानना है कि भारतीय बल्लेबाजों की मानसिकता और उनके खेल खेलने का औसत बहुत उच्च स्तर का होता है। यही वजह है कि उनके लिए इन्हें गेंदबाजी करना आसान नहीं रहता।
अंत में
वुड की यह बातचीत न केवल भारतीय बल्लेबाजों की क्षमताओं को उजागर करती है, बल्कि इंग्लैंड जैसे क्रिकेटिंग देश की गेंदबाजी क्षमताओं के बारे में भी काफी कुछ कहती है। उनका यह बयान दर्शाता है कि आधुनिक क्रिकेट में चुनौतीपूर्ण खेल कैसे होता है और किस तरह के खिलाड़ी आपको ज्यादा परेशानी में डाल सकते हैं।
रोहित शर्मा, विराट कोहली और ऋषभ पंत के जैसा खेल-playing एथलीट होना ही नहीं, बल्कि उनकी मानसिकता को भी समझना आवश्यक है, जो किसी भी गेंदबाज को उन्हें आउट करने में चुनौती देती है। यही कारण है कि मार्क वुड जैसे फास्ट बॉलर खिलाड़ी इन बल्लेबाजों के खिलाफ संघर्ष करते हैं।
इंग्लैंड क्रिकेट में वुड जैसे खिलाड़ियों का होना बहुत महत्वपूर्ण है, जो न केवल अपनी गति का उपयोग करते हैं, बल्कि अपने दृष्टिकोण और रणनीतियों के साथ भी खेल का अनुभव प्राप्त करते हैं। इसी तरह, भारतीय बल्लेबाजों की मानसिकता, खेल का अनुभव और उनकी अन्य खूबियाँ उन्हें चुनौतीपूर्ण बनाते हैं।
इससे यह स्पष्ट होता है कि क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा बहुत मजबूत है, और अच्छे खेल के लिए हर खिलाड़ी को अपनी कार्यप्रणाली को नए सिरे से देखने की आवश्यकता होती है।