एबी डिविलियर्स ने आईपीएल 2026 में आरसीबी में लौटने के संकेत दिए।

आईपीएल और एबी डिविलियर्स का नाम एक-दूसरे के साथ जुड़ा हुआ है। जब भी हम आईपीएल के इतिहास में सबसे रोमांचक और विस्फोटक बल्लेबाजों के बारे में बात करते हैं, तो एबी डिविलियर्स का नाम सबसे ऊपर आता है। उन्होंने अपने 360 डिग्री शॉट्स और विस्फोटक बल्लेबाजी से लाखों प्रशंसकों का दिल जीता। हालांकि उन्होंने 2021 में क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया, लेकिन आरसीबी के साथ उनके संबंध और लोकप्रियता आज भी गहरी और मजबूत है।
क्यों अब डिविलियर्स चर्चा में हैं?
एबी डिविलियर्स, जिन्हें क्रिकेट की दुनिया में ‘360 डिग्री’ बल्लेबाज के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर से चर्चा का केंद्र बन गए हैं। 2011 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) से जुड़ने से पहले, उनका आईपीएल में डेब्यू 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए हुआ था। उन्होंने हाल ही में कहा कि यदि आरसीबी को उनकी कोचिंग या मेंटरशिप की आवश्यकता हो, तो वह हमेशा तैयार रहेंगे। उनका दिल हमेशा आरसीबी के साथ रहेगा। यदि फ्रैंचाइज़ी को लगता है कि उनके लिए कोई भूमिका है, तो वह निश्चित रूप से उस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।
आईपीएल में डिविलियर्स के रिकॉर्ड
– एबी डिविलियर्स ने कुल 184 आईपीएल मैचों में 5,162 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शताब्दियां और 40 अर्धशतक शामिल हैं।
– उन्होंने आरसीबी के लिए 156 मैच खेले और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए 28 मैच।
– उनका औसत 39.71 और स्ट्राइक रेट 151.69 है।
हॉल ऑफ फेम में एबी डिविलियर्स
क्रिस गेल के साथ मिलकर एबी डिविलियर्स को 2022 में हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। यह सम्मान उन्हें 2011 से 2021 तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए मिला। इस समारोह के दौरान उनकी जर्सी नंबर 17 को सेवानिवृत्त करने की घोषणा की गई थी।
प्रशंसकों के लिए एबी डिविलियर्स का महत्व
क्रिकेट प्रेमी आज भी एबी डिविलियर्स की अद्भुत बल्लेबाजी को याद करते हैं। भले ही वह अब मैदान पर ना हों, यदि वह डगआउट में कोच या मेंटर की भूमिका में लौटते हैं, तो यह आरसीबी और उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा उपहार होगा। उनके लौटने से न केवल क्रिकेट के खेल को और रोमांचक बनाया जा सकेगा, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी उनकी प्रतिभा और अनुभव से बेहद लाभ होगा।
उनकी बल्लेबाजी शैली, जो कि तेज़ गति से बॉलिंग को मात देने की कला में माहिर थी, आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। बल्ले से की गई उनकी अद्भुत शॉट लगाने की क्षमता ने कपूर कला के नए पहलुओं को सामने लाया। किसी भी गेंदबाज के लिए उनकी गेंद को पढ़ना मुश्किल था, तथा उन्होंने न केवल सिर्फ चौके और छक्के मारे, बल्कि कभी-कभी तो गेंद को मैदान के हर कोने में खेलकर ही डॉट बॉल्स पर भी अंक बनाए।
डिविलियर्स का क्रिकेट का करियर उस समय का एक बेहतरीन उदाहरण है जब प्रतिभा और मेहनत का सही मिलन होता है। उनका समर्पण, उनकी मेहनत और उत्तम प्रदर्शन ने उन्हें न केवल आरसीबी का महानायक बनाया, बल्कि उन्होंने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में भी एक खास जगह बनाई।
बेशक, एबी डिविलियर्स का क्रिकेट करियर प्रभावशाली है, लेकिन उनकी व्यक्तिगत जीवन और अनुष्ठान भी प्रेरणादायक हैं। उन्होंने हमेशा अपने मूल्यों को बनाए रखा और एक प्रेरणा बने रहे। उनके फैंस अक्सर उनसे प्रेरणा लेते हैं, क्योंकि उन्होंने जीवन के कठिन समय में भी उम्मीद और सकारात्मकता को नहीं छोड़ा।
उन्होंने दिखाया कि खेल के प्रति समर्पण और प्रतिस्पर्धा का क्या मतलब होता है। उनकी कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जिसने अपने शौक को अपने करियर में तब्दील कर दिया और अपने खेल में उत्कृष्टता हासिल की। एबी डिविलियर्स का नाम हमेशा क्रिकेट के इतिहास में लिखा जाएगा।
उनकी वापसी की संभावनाओं पर भी चर्चा हो रही है। क्या वह कभी मैदान पर वापसी करेंगे? क्या वह खेल जगत में फिर से अपनी छाप छोड़ेंगे? ये सवाल प्रशंसकों के दिलों में कौंधते रहते हैं। डिविलियर्स का नाम क्रिकेट के संसार में एक ऐसे महान खिलाड़ी के रूप में जीवित रहेगा, जिसे भुला पाना मुश्किल है।
समर्पण और खेल के प्रति उनके प्यार ने उन्हें न केवल एक खिलाड़ी बनाया, बल्कि एक आइकॉन भी। वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। उनकी बल्लेबाजी शैली को न केवल आज के युवा बल्कि आने वाली पीढ़ियों भी याद रखेंगी। चाहे वह खेल से संन्यास ले चुके हों, लेकिन उनका प्रभाव और विरासत खेल की दुनिया में कभी समाप्त नहीं हो सकती।
अंत में, यह कहना उचित होगा कि एबी डिविलियर्स का क्रिकेट करियर एक अद्वितीय कहानी है, जो प्रेरणा, उत्कृष्टता और खेल के प्रति सच्चे प्यार की मिसाल है। उनकी उपस्थिति और प्रतिभा ने ना केवल मैचों का रोमांच बढ़ाया, बल्कि खेल प्रेमियों के दिलों में एक विशेष स्थान भी बनाया।
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