अंतरराष्ट्रीय

ज़ेलेंस्की की पुतिन से मुलाकात पर ट्रम्प ने साझा की भविष्य की रणनीति, क्या सब कुछ जानते हैं? इंटरनेशनल हिंदी न्यूज में जानकारी दी।

डोनाल्ड ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की ओर इशारा करते हुए कहा कि पुतिन जेलेंस्की से मिलने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका कहना था कि इसकी वजह यह है कि पुतिन को जेलेंस्की पसंद नहीं हैं। इसी दौरान ट्रम्प ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ मिलने की इच्छा भी व्यक्त की।

देवेंद्र कश्यप वाशिंगटन

क्या रूसी राष्ट्रपति पुतिन जेलोंकी से मिलेंगे? डोनाल्ड ट्रम्प ने भविष्य की योजना को बताया

हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के बारे में एक महत्वपूर्ण बयान दिया। ट्रम्प ने यह स्पष्ट किया कि पुतिन जेलेंस्की के साथ मिलने के लिए तैयार नहीं हैं, और इस निर्णय का मुख्य कारण यह बताया कि पुतिन को जेलेंस्की पसंद नहीं हैं। यह जानकारी ट्रम्प ने संवाददाताओं के साथ चर्चा करते समय साझा की।

पुतिन और जेलेंस्की के माध्यम से संवाद का टकराव

जब ट्रम्प से पूछा गया कि पुतिन जेलेंस्की से मिलने में संकोच क्यों कर रहे हैं, तो उन्होंने सीधे तौर पर उत्तर दिया कि यह बात पुतिन की पसंद से संबंधित है। उन्होंने कहा, “मैंने वाशिंगटन में जेलेंस्की और अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ संवाद किया है, और मेरी सभी बातचीत सकारात्मक रही है। हालांकि, कीव या अन्य स्थानों पर कठिन स्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं, जो मुझे निराश करती हैं।”

यह बयान रूस के विदेश मामलों के मंत्री सर्गेई लावरोव के उस बयान के तुरंत बाद आया, जिसमें कहा गया था कि पुतिन यूक्रेन के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। लेकिन साथ ही लावरोव ने यह भी कहा कि जेलेंस्की की वैधता पर सवाल उठ रहे हैं। लावरोव ने कहा, “जब दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का समय आएगा, तो हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हस्ताक्षर करने वाला व्यक्ति वैध है। यूक्रेनी संविधान के अनुसार, जेलेंस्की वैध नहीं हैं।”

किम जोंग उन से संभावित भेंट

हाल की चीजों के बीच, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे मुंग की यात्रा से पहले, व्हाइट हाउस के संवाददाताओं ने ट्रम्प से पूछा कि क्या वह किम जोंग उन के साथ फिर से बातचीत करना चाहेंगे। ट्रम्प ने उत्तर दिया कि “किसी दिन मैं उनसे जरूर मिलूंगा। हम निश्चित रूप से किसी न किसी समय मिलेंगे।” ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के दौरान तीन बार किम से भेंट की थी, लेकिन इन बैठकों के बावजूद कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया।

परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति ट्रम्प का दृष्टिकोण

रूस और उत्तर कोरिया के संबंध में अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए, ट्रम्प ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि रूस और चीन के साथ उनके प्रयासों में से एक परमाणु निरस्त्रीकरण है। ट्रम्प ने कहा, “हम परमाणु हथियारों के प्रसार को नहीं बढ़ने दे सकते। हमें इसे रोकना होगा, क्योंकि उनकी शक्ति बहुत अधिक है।” इस तरह, ट्रम्प ने विश्व में परमाणु स्थिति को नियंत्रित करने में रूस और चीन को शामिल करने के महत्व पर जोर दिया।

Related Articles

Back to top button