‘हरियाणा में महिलाओं की स्थिति पर उठी चिंता, आशा हुड्डा ने सैनी सरकार की आलोचना की’

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने सरकार को जमकर घेरा
झज्जर: बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स के निवास स्थान पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने वर्तमान सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई।
आशा हुड्डा ने कहा कि यदि आप सेंट्रल गवर्नमेंट के क्राइम ब्यूरो के आंकड़े देखें तो साफ पता चलता है कि हरियाणा कानून व्यवस्था में सबसे पिछड़ा हुआ राज्य है। महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ी स्थिति भी खतरनाक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष में होने के बावजूद कुलदीप वत्स क्षेत्र के लोगों की सेवा में लगे रहे हैं, जो वास्तव में सराहनीय पहल है।
उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा में अलग-अलग प्रकार की गैंग सक्रिय हो गई हैं। प्रतिदिन लोग फिरौती की मांग से परेशान हैं। व्यापारियों पर बंदूकें तानकर लूटपाट हो रही है, जिसने प्रदेश की स्थिति को बेहद गंभीर बना दिया है। यह हरियाणा सरकार के लिए शर्मनाक है कि प्रदेश में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है, जो चिंता की बात है।
“बेटियां जब तक घर नहीं आतीं, तो मां-बाप को नींद नहीं आती” – आशा हुड्डा
आशा हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को अब गंभीर होना चाहिए। यह बेहद दुखद और चिंता का विषय है कि आज की बेटी जब तक घर वापस नहीं आती, तब तक किसी मां-बाप को नींद नहीं आ रही है। इससे बड़ा दुखदायी और चिंताजनक विषय कोई नहीं हो सकता।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस दिशा में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जनता को सुरक्षा का एहसास कराए और उन्हें यह विश्वास दिलाए कि उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।
आज की तारीख में हरियाणा में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। आशा हुड्डा का यह बयान उन सभी मां-बाप के दिल की आवाज है, जो अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
आशा हुड्डा ने चर्चा के दौरान यह भी उल्लेख किया कि पहले के समय में महिलाएं बेखौफ होकर घूम सकती थीं, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हो रही है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है।
न केवल महिलाएं, बल्कि समाज के हर वर्ग के लोग इस असुरक्षा के वातावरण में जी रहे हैं। व्यापारियों से लेकर सामान्य नागरिकों तक, सबकी आर्थिक और मानसिक स्थिति खराब हो रही है। ऐसे में सरकार को इस दिशा में ठोस और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
आशा हुड्डा के अनुसार, सरकार को ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए जिससे कानून-व्यवस्था में सुधार हो सके। यदि सरकार ने इस मामले में तुरंत ध्यान नहीं दिया, तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है, जो कि हरियाणा के भविष्य के लिए उचित नहीं होगा।
निष्कर्ष
आशा हुड्डा का यह बयान केवल एक राजनीतिक बयान नहीं है, बल्कि यह एक मां और एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी चिंताओं का प्रतीक है। उन्होंने न केवल सरकार की नाकामियों की ओर इशारा किया, बल्कि समाज के हर वर्ग से भी अपील की कि वे सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मामले में सक्रिय रहें।
हरियाणा के लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही आवाज उठानी होगी। आशा हुड्डा जैसे नेताओं की बातों पर ध्यान देकर उन्हें समर्थन देना होगा। तभी जाकर हरियाणा में एक सकारात्मक परिवर्तन संभव हो सकेगा और प्रदेश को सुरक्षित, समृद्ध और विकसित बनाया जा सकेगा।
इसलिए, यह समय है कि हम सब मिलकर एकजुट हों और एक मजबूत आवाज बनें, ताकि हरियाणा की धरती पर कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा को मजबूती दी जा सके। हमें अपने हक के लिए लड़ना होगा और इसे सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बेटियों का भविष्य सुरक्षित हो।
आशा है कि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी। सभी को मिलकर इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है, ताकि हरियाणा में हर व्यक्ति को सुरक्षित महसूस हो सके।