दबाव चाहे जैसा हो, हम अपनी ताकत को बढ़ाते रहेंगे: पीएम मोदी का टैरिफ पर बयान

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में खोदलालम मैदान में कई विकास परियोजनाओं की नींव रखी, जिनकी कुल लागत 5,400 करोड़ रुपये है। इस खास अवसर पर उन्होंने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि आज की दुनिया में वित्तीय स्वार्थी राजनीति का वर्चस्व है, और सभी देश किसी न किसी तरीके से अपने स्वार्थों की पूर्ति में जुटे हुए हैं।
### ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि कितना दबाव आता है, हम अपनी ताकत बढ़ाएंगे’
प्रधान मंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि उनके लिए देश के किसानों और पशुपालकों का हित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, “मैं अपने छोटे उद्यमियों, दुकानदारों, किसानों और पशुपालकों से कहना चाहता हूं, मैं गांधी की भूमि से बोल रहा हूं। आपके हित के मामले में मोदी हमेशा आपके साथ हैं। मेरी सरकार आपके कल्याण के प्रति समर्पित है।”
### पीएम ने स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की
प्रधान मंत्री ने भारत के नागरिकों से अपील की कि वे स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, “अगर किसी भी प्रकार की सजावटी आइटम या उपहार खरीदने का समय आए, तो हमें अपने देश में निर्मित सामानों को प्राथमिकता देनी चाहिए।” उन्होंने व्यवसायियों को भी विदेशी सामान बेचने से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
### जीएसटी सुधार और आर्थिक सहायता का वादा
प्रधान मोदी ने कहा, “हमारी सरकार जीएसटी में सुधार कर रही है और दिवाली से पहले एक बड़ी पेशकश आने वाली है। जीएसटी सुधार के कारण हमारे छोटे उद्योगों को सहायता मिलेगी, और कई वस्तुओं पर कर को कम किया जाएगा। इस दिवाली, व्यापारी वर्ग और हमारे परिवारों को खुशी का एक बड़ा बोनस मिलने वाला है।”
### ‘दुनिया ने देखा कि कैसे भारत ने बदला लिया’
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा, “दुनिया ने देखा है कि केवल 22 मिनट में भारत ने अपना प्रतिशोध कैसे लिया। यह ऑपरेशन हमारी सेना की वीरता का प्रतीक है और यह दर्शाता है कि हम अपनी सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। पहले, जब कांग्रेस सरकार थी, वे आतंकवाद के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाती थीं। लेकिन अब हम आतंकवादियों और उनके आकाओं को नहीं छोड़ते, चाहे वे कहीं भी छिपे हों।”
पीएम मोदी का यह बयान न केवल राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि भारतीय सेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सदा तैयार है।
इस तरह की घोषणाओं के जरिए, प्रधानमंत्री ने जनता के बीच एक मजबूत संदेश देने का प्रयास किया है। उन्होंने स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करके न केवल आर्थिक वृद्धि के लिए एक कदम बढ़ाया है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि देश के छोटे उद्योग और व्यवसाय भी इसका लाभ उठा सकें।
उन्होंने अपने भाषण में यह भी संकेत दिया कि उनकी सरकार हर संभव प्रयास करेगी ताकि भारतीय नागरिकों को उनके अधिकारों की रक्षा और आर्थिक स्वराज्य का अनुभव हो सके।
इन सभी पहलों के माध्यम से, प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार देश की समृद्धि और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
समग्र रूप से, यह समारोह न केवल विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन था, बल्कि यह एक दृष्टिकोण भी था जिसमें भारत की आत्मनिर्भरता, आर्थिक विकास और सुरक्षा के प्रति एक ठोस प्रतिबद्धता के संकेत मिलते हैं।
इस प्रकार की नीतियों और घोषणाओं के जरिए, जहाँ एक ओर देश की आंतरिक स्थिति मजबूत करने का लक्ष्य है, वहीं दूसरी ओर विदेशों में भी भारत की स्थिति को मजबूत करने का कार्य भी हो रहा है।
जिस प्रकार से प्रधानमंत्री मोदी ने अपने विचारों को साझा किया, उससे यह स्पष्ट होता है कि वे देश के हर नागरिक की भलाई के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हैं।
आखिरकार, यह केवल विकास परियोजनाओं की नींव रखने का कार्य नहीं है, बल्कि यह भारत के भविष्य के लिए एक मजबूत आधार का निर्माण भी है।
### निष्कर्ष
प्रधान मंत्री मोदी की सरकार के तहत किए जा रहे कार्यों और योजनाओं से यह साफ है कि वे भारतीय समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। चाहे वो छोटे उद्यमी हों, किसान हों या पशुपालक, सभी का हित सरकार की प्राथमिकता है।
अब समय है कि सभी भारतीय नागरिक भी इस दिशा में काम करें और अपने देश के सामानों को प्राथमिकता दें। इसके साथ ही, उन्हें यह समझना होगा कि स्थानीय उत्पादों की खरीद केवल आर्थिक सुधार नहीं लाता, बल्कि यह हमारे संस्कृति और परंपराओं को भी सहेजने का कार्य करता है।
उनकी बातें और उनकी योजनाएँ यह संकेत देती हैं कि भारत अपनी ताकत को मजबूत करने की ओर बढ़ रहा है। अब सवाल यह है कि हम नागरिक के रूप में इस यात्रा में कैसे योगदान कर सकते हैं।
भारत की आत्मनिर्भरता और विकास की इस दृष्टि में सभी का योगदान आवश्यक है, और यही वह दीवानगी है जो प्रधानमंत्री मोदी की सरकार को आगे बढ़ा रही है।