संजू सैमसन का धमाकेदार प्रदर्शन, KCL में 16 गेंदों पर 42 रन बनाए; एशिया कप से पहले फॉर्म में लौटे।

संजू सैमसन ने एशिया कप से पहले केरल क्रिकेट लीग में एक शताब्दी स्कोर करके अपनी जगह टीम में सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। संजू ने कोच्चि ब्लू टाइगर्स के लिए खेलते हुए शानदार शतकीय पारी खेली। उन्होंने 42 गेंदों का सामना करते हुए 100 रन की पारी खेली, जिसमें उनके नाम 14 चौके और 7 छक्के शामिल रहे।
इस मैच में संजू ने अपने करियर की एक नई ऊँचाई को छुआ। पहले वह मध्य क्रम में खेलते थे, जहाँ उनकी बल्लेबाजी कुछ खास नहीं चल रही थी। लेकिन इस बार जब उन्हें ओपनिंग का मौका मिला, तो उन्होंने उसे अच्छे से भुनाया। एरिज़ कोल्लम सेलर्स ने पहले बैटिंग करते हुए 236 रन बनाए थे, जिसके जवाब में संजू सैमसन की टीम ने 237 रन का लक्ष्य हासिल करने के लिए संघर्ष किया। पहले 6 ओवरों में ही टीम ने 1 विकेट पर 100 रन बना डाले।
संजू सैमसन की 121 रन की पारी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। ये पारी 51 गेंदों में खेली गई, जिसमें उन्होंने सीजन का सबसे तेज़ आधा शतक भी बनाया। उन्हें 19वें ओवर की पहली गेंद पर आउट किया गया। उनकी इस शानदार पारी ने कोच्चि ब्लू टाइगर्स को आखिरी गेंद पर 4 विकेट से जीत दिलाई।
एशिया कप के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम में संजू सैमसन का नाम भी शामिल किया गया है। हालाँकि, खेल 11 में उनकी जगह को लेकर संदेह बना हुआ है। क्योंकि भारतीय टीम में टेस्ट कप्तान शुभमन गिल का नाम शामिल किया गया है और वह T20 प्रारूप में वाइस-कैप्टन भी हैं। इस स्थिति ने संजू सैमसन के लिए चुनौतियाँ बढ़ा दी हैं, खासकर जब वह पिछली श्रृंखला में अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग करने की जिम्मेदारी ले रहे थे।
यदि शुभमन गिल को खेलने का मौका मिलता है, तो वह ओपनिंग में उतर सकते हैं, जिससे सैमसन को मध्य क्रम में बल्लेबाजी करनी पड़ सकती है। लेकिन संजू ने अब तक T20 इंटरनेशनल क्रिकेट में महज 7 पारियों में मध्य क्रम में बैटिंग की है, जिसमें उनके द्वारा बनाए गए कुल रन 93 ही हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 30 रहा है, जो यह दर्शाता है कि वह ओपनिंग करना पसंद करते हैं।
संजू की इस सफलता ने उन्हें एशिया कप के प्रति और अधिक प्रेरित किया है। उन्हें अपनी कड़ी मेहनत और कई बार असफलताओं के बावजूद अपनी क्षमता पर विश्वास बनाए रखना होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह इस बार एशिया कप में अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाते हैं या नहीं।
इस प्रकार, संजू सैमसन ने केरल क्रिकेट लीग में अपनी शानदार पारी के माध्यम से एशिया कप में जगह बनाने का प्रयास किया है। उनकी मेहनत और संघर्ष उन्हें एक सफल क्रिकेटर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
आगे बढ़ते हुए, हमें उम्मीद है कि संजू सैमसन अपनी टीम के लिए अनेक महत्वपूर्ण मैच जीतने में सफल रहेंगे और भारतीय क्रिकेट में अपनी एक खास पहचान बनाएंगे। एशिया कप में उनका प्रदर्शन न केवल उनके लिए, बल्कि टीम इंडिया के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है।
जैसे-जैसे एशिया कप का समय नजदीक आ रहा है, सभी खिलाड़ियों की नजरें अपने प्रदर्शन पर होती हैं। संजू सैमसन के लिए यह एक मौका है खुद को साबित करने का। उनकी प्रतिभा और क्षमता को देखते हुए, पूरी उम्मीद है कि वह अपनी भूमिका बखूबी निभाएंगे और टीम को जीत दिलाने में मदद करेंगे।
उनकी इस अद्वितीय यात्रा के बाद, जब हम भारतीय क्रिकेट के भविष्य की चर्चा करते हैं, तो संजू सैमसन का नाम हमेशा याद रखा जाएगा। उनमें न केवल क्रिकेट की भावना है, बल्कि उन्होंने अपनी कठिनाइयों से उबरते हुए जो मेहनत की है, वह भी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
आखिरकार, संजू सैमसन की कहानी आज के क्रिकेट के अनगिनत संघर्षों और उनकी सफलता के सिद्धांतों की मिसाल है। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें एक सफल क्रिकेटर बनाया है और आगे भी यह उन्हें नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक होगी।