ललित मोदी के बयान: कोहली के बिना यह लीग सफल नहीं होगी

आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष और संस्थापक ललित मोदी ने अमेरिका में क्रिकेट के प्रभाव पर अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल क्लार्क के साथ बातचीत करते हुए बताया कि जब उन्होंने क्रिस गेल को लीज के बारे में बुलाया, तो उनका क्या जवाब था। मोदी का कहना है कि यदि विराट कोहली और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ी न हों, तो यह लीग अगले 50 वर्षों में सफल नहीं हो सकेगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 2024 के T20 विश्व कप के कुछ मैचों का आयोजन करके अमेरिका में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने का प्रयास किया है। भारत के बड़े मैचों को छोड़कर, इस देश में प्रशंसकों की संख्या अपेक्षाकृत कम थी। अमेरिका में क्रिकेट को सफल बनाने के लिए अमेरिकन क्रिकेट एसोसिएशन ने मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) की शुरुआत की, लेकिन इस लीग ने उस प्रकार का उत्साह नहीं देखा, जिसकी उम्मीद थी।
### क्रिस गेल के साथ ललित मोदी का क्या हुआ?
ललित मोदी ने साझा किया कि उन्होंने एमएलसी के पिछले सत्र के दौरान क्रिस गेल को फोन किया था, जब वेस्ट इंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा कि वहां प्रशंसकों का कोई उत्साह नहीं है। मोदी ने कहा, “जब एमएलसी खत्म हुआ, तो मैंने अपने दोस्त क्रिस गेल को फोन किया। मैंने उनसे पूछा कि टेक्सास का माहौल कैसा है? गेल ने मुझे जवाब दिया कि भाई, यह पूरी तरह से ‘मृत’ है। स्टेडियम में कोई नहीं है। यह नहीं होने वाला है।”
### लीग विराट कोहली, धोनी जैसे खिलाड़ियों के बिना सफल नहीं होगा
आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष का मानना है कि दर्शक तब ही अमेरिका में क्रिकेट मैच देखने आएंगे, जब विराट कोहली और एमएस धोनी जैसे बड़े नाम शामिल हों, अन्यथा वे छोटे खिलाड़ियों को देखने के लिए कोई पैसा खर्च नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं एक व्यवसायी हूं, जो सैन फ्रांसिस्को में बैठा हूं। मैं विराट सिंह नाम के किसी खिलाड़ी को दुष्यंत सिंह या ललित सिंह के खिलाफ खेलते हुए देखने नहीं जाऊंगा, क्योंकि मैं उनके बारे में कुछ भी नहीं जानता। लेकिन मैं महेंद्र सिंह धोनी, माइकल क्लार्क, ब्रेट ली को देखने के लिए पैसे खर्च करूंगा, क्योंकि उन्होंने कड़ी मेहनत की है।”
मोदी ने यह भी टिप्पणी की कि अमेरिका में क्रिकेट को स्थापित करने के लिए, कुछ नामी खिलाड़ियों का होना अनिवार्य है। उनका मानना है कि यदि क्रिकेट को वहां सही मायनों में लोकप्रिय बनाना है, तो उसे बड़े सितारों की जरूरत होगी, जो प्रशंसकों को मैदान तक खींच सकें।
उनका यह भी कहना था कि अमेरिका में क्रिकेट के प्रति प्रेम को जगाने के लिए खर्चीले और प्रसिद्ध खिलाड़ियों की भूमिका अहम हो सकती है। जब तक प्रशंसक स्टार खिलाड़ियों को खेलते हुए नहीं देखेंगे, तब तक वे क्रिकेट के प्रति गंभीरता से नहीं जुड़े रहेंगे।
### क्रिकेट का भविष्य
क्रिकेट का अमेरिका में भविष्य उज्जवल देखा जा रहा है यदि सही रणनीतियों को अपनाया जाए। ललित मोदी का यह मानना है कि क्रिकेट को वहां की संस्कृति का हिस्सा बनाने के लिए दृढ़ता से काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही क्रिकेट को सही समर्थन मिलेगा, अमेरिका में खिलाड़ियों और प्रशंसकों का एक बड़ा बेस तैयार किया जा सकता है।
वर्तमान में, भारत और अन्य क्रिकेट-प्रेमी देशों से बहुत सारे दर्शकों का ध्यान क्रिकेट की ओर खींचने की चुनौती है। लेकिन यदि प्रमुख खिलाड़ी इस खेल में शामिल होते हैं, तो इससे अमेरिका में क्रिकेट के भविष्य में उम्मीदें बढ़ सकती हैं।
क्रिकेट प्रशंसकों के लिए, यह एक सकारात्मक संकेत हो सकता है कि अगर ऐसे प्रमुख खिलाड़ी खेल में शामिल होते हैं, तो इसके प्रति उत्साह और बढ़ेगा। क्रिकेट को अमेरिका में केवल एक खेल के रूप में नहीं, बल्कि एक मनोरंजन के माध्यम के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
### निष्कर्ष
संक्षेप में, ललित मोदी का यह स्पष्ट संदेश है कि क्रिकेट को अमेरिका में सफल बनाने के लिए प्रमुख खिलाड़ियों का होना आवश्यक है। इससे न केवल खेल की पहचान बनेगी, बल्कि यह नई पीढ़ी के क्रिकेट प्रेमियों को भी आकर्षित करेगा। जैसा कि क्रिकेट का विस्तार हो रहा है, उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह खेल अमेरिका में भी अपनी जड़ें जमा सकेगा।
ललित मोदी की यह राय खुद में एक महत्वपूर्ण सोच को दर्शाती है, जहां पहचान और स्टार पावर की भूमिका को छेड़ा गया है। अगर क्रिकेट को अमेरिका में कोई स्थायी स्थान बनाना है, तो उसे चाहिए कि वह अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को आगे लाए और उन्हें एक मंच प्रदान करे, ताकि खेल में उनके योगदान को पहचाना जा सके।