यमुना में बाढ़ से किसानों की फसल तबाह: 3000 बीघा में लगी बाजरा, धान और मक्का की फसल जलमग्न

मथुरा । हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी और पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण यमुना नदी उफान पर है। थाना सुरीर क्षेत्र की तेहरा और मीरपुर पंचायत के गांवों में इसका प्रभाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
सुल्तानपुर, सुल्तानपुर बगलां और मीरपुर सहित कई गांवों के किसानों की लगभग 3000 बीघा जमीन यमुना खादर में डूब गई है। खेतों में खड़ी बाजरा, धान और मक्का की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है।
किसानों के अनुसार पिछले 3-4 दिनों से यमुना का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। सुल्तानपुर निवासी जान मोहम्मद, राहुल और पवन कुमार ने बताया कि मीरपुर नाले से बंगलां तक की सभी फसलें नष्ट हो गई हैं। पल्लीपार के बाबूगढ़ गांव में स्थिति और भी गंभीर है, जहां पानी घरों में घुस गया है।
सुल्तानपुर के 15 से अधिक और तेहरा पंचायत के 12 से अधिक किसानों की खेती पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। प्रभावित किसानों में गोविंद राम, गफ्फार, बनवारी, विजेंद्र सिंह, इंद्रजीत, रामबाबू, राजन सिंह, सोहनलाल शर्मा, विष्णु, मुरारी, जग्गो और श्याम शामिल हैं।
किसानों ने सरकार और प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि आर्थिक सहायता मिलने तक उनके सामने जीविका का संकट बना रहेगा।