शिक्षा

पटवारी परीक्षा 2025: एक मिनट में चूक, कई उम्मीदवार बने असफल, सख्ती ने सबको चौंकाया

राजस्थान में पटवारी भर्ती परीक्षा का आयोजन

राजस्थान में आज पटवारी के 3705 पदों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा के लिए राज्य के 38 जिलों में कुल 1035 परीक्षा केंद्र बनाए गए। इस भर्ती के लिए लगभग साढ़े छह लाख कैंडिडेट्स ने आवेदन किया था। सबसे ज्यादा परीक्षा केंद्र राजधानी जयपुर में मौजूद थे। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई, जिसमें काफी सख्ती बरती गई। यहाँ तक कि कई कैंडिडेट्स ऐसे थे, जो मात्र एक मिनट की देरी से पहुँचने के कारण इस अवसर से चूक गए।

नकल रोकने के लिए सख्त उपाय

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकल या गड़बड़ी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। सभी केंद्रों पर बायोमैट्रिक अटेंडेंस और फेस स्कैनिंग की व्यवस्था की गई। महिला कैंडिडेट्स से यह भी अनुरोध किया गया था कि वे अपने अंगूठे पर मेहंदी न लगाएँ, क्योंकि इससे बायोमैट्रिक प्रोसेस में समस्या उत्पन्न हो सकती थी। कई केंद्रों पर सख्ती इतनी थी कि कैंडिडेट्स को जूते-चप्पल भी क्लासरूम के बाहर उतारने पड़े। बोर्ड के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया के माध्यम से कैंडिडेट्स को दिशा-निर्देश दिए और निष्पक्ष परीक्षा का आश्वासन दिया।

परीक्षा केंद्रों पर लंबी कतारें

परीक्षा केंद्रों के बाहर सुबह से ही कैंडिडेट्स की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलीं। पहली पाली की परीक्षा के लिए सुबह 8 बजे गेट बंद कर दिए गए। नियमों के अनुसार, यदि कोई कैंडिडेट एक मिनट की देरी से पहुँचता, तो उसे अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। राजसमंद जिले में लाइन में खड़ा एक दिव्यांग युवक भी ठीक 8 बजे गेट बंद होने की वजह से अंदर नहीं जा सका। उसका बहुत प्रयास के बावजूद उसे अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली। कई कैंडिडेट्स ने इसके विरुद्ध आवाज उठाई और कहा कि इस प्रकार के सख्त नियमों के कारण मेहनती छात्रों का मौका छिन गया।

अव्यवस्थाओं की शिकायतें

कुछ परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्था की भी शिकायतें सामने आईं। कई स्थानों पर बैठने की व्यवस्था में कमी थी और कुछ कैंडिडेट्स को समय पर जानकारी नहीं मिली। इसके अलावा, कई केंद्रों पर पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की कमी देखी गई। कैंडिडेट्स का कहना था कि इतनी बड़ी परीक्षा के लिए बेहतर इंतजाम किए जा सकते थे। बोर्ड ने इस पर संज्ञान लिया है और शिकायतों का समाधान करने का आश्वासन दिया है।

मुफ्त बस यात्रा की सुविधा

राजस्थान सरकार ने कैंडिडेट्स की सुविधा के लिए विशेष कदम उठाया। इसके अंतर्गत कैंडिडेट्स को 15 से 19 अगस्त तक रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई, जिससे वे बिना किसी किराए के अपने परीक्षा केंद्र तक पहुँच सके। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए कैंडिडेट्स को अपना प्रवेश पत्र दिखाना पड़ा। यह भी महत्वपूर्ण है कि परीक्षा के बाद कैंडिडेट्स फ्री में अपने घर जा सकते हैं।

निष्कर्ष

राजस्थान में पटवारी की भर्ती परीक्षा के आयोजन ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर किया। नियमों की सख्ती, अव्यवस्थाएँ, और कैंडिडेट्स की समस्याएँ इससे जुड़े प्रमुख बिंदु हैं। साथ ही, सरकार द्वारा दी गई सुविधाएँ भी ध्यान आकर्षित करने वाली हैं। इस प्रकार की परीक्षा से शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता और भी स्पष्ट हो जाती है, जिससे भविष्य में कैंडिडेट्स को राहत मिल सके।

इस परीक्षा ने न केवल कैंडिडेट्स की मेहनत का मूल्यांकन किया, बल्कि शिक्षा प्रणाली में आवश्यक सुधारों की भी आवश्यकता का संकेत दिया। सभी कैंडिडेट्स को उनकी मेहनत के लिए शुभकामनाएँ।

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