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पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने जरदारी के हटाए जाने की अफवाहों का खंडन किया | आसिम मुनीर का अहम बयान

 

### पाकिस्तान के सेना प्रमुख असिम मुनीर का बड़ा बयान

पाकिस्तान के सेना प्रमुख असिम मुनीर ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति बनने की अपनी कोई इच्छा नहीं होने की बात कही है। वह इस दौरान पाकिस्तान की विदेश नीति में चीन और अमेरिका के बीच संतुलन बनाए रखने के अपने दृष्टिकोण पर भी जोर दिया। इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है, विशेषकर विभिन्न चर्चाओं और अटकलों के संदर्भ में जो पिछले कुछ महीनों में बढ़ती रही हैं।

#### सेना प्रमुख का बयान और उसके पीछे की चर्चाएँ

असिम मुनीर की स्थिति को लेकर पिछले कुछ समय से तरह-तरह की अफवाहें फैल रही थीं। ऐसा कहा जा रहा था कि मुनीर, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को पद छोड़ने के लिए कह सकते हैं और खुद राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठ सकते हैं। हालाँकि, मुनीर ने इस पर स्पष्ट रूप से कहा है कि यह सब अफवाहें हैं और उनका उद्देश्य केवल सरकार और सेना के खिलाफ एक अनकहा माहौल बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि वे चीन और अमेरिका के बीच किसी एक को छोड़कर दूसरे का बलिदान नहीं कर सकते।

#### तंत्र के प्रति मुनीर की दृष्टि

पाकिस्तान के तंत्र को लेकर मुनीर की सोच में स्पष्टता है। उन्होंने कहा कि सच्चा राजनीतिक सामंजस्य तभी संभव है जब सभी प्रधान राजनीतिक दल एक-दूसरे के प्रति ईमानदार और सहिष्णु रहें। उनकी यह बात एक संकेत प्रतीत होती है, जिसे कई लोग इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के लिए मानते हैं।

जब वह अपने पद और राजनीतिक ध्यानाकर्षण के बारे में बात कर रहे थे, तो मुनीर ने कहा, “खुदा ने मुझे देश का मुहावरा बना दिया है। मुझे किसी और पद की कोई आवश्यकता नहीं है।” इस बयान ने उनकी निष्ठा और देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया।

#### विदेश नीति पर स्पष्टता

असिम मुनीर का अमेरिका और चीन के प्रति संतुलित दृष्टिकोण भी उनके बयान में उजागर हुआ। उन्होंने कहा कि वे एक दोस्त के लिए दूसरे का बलिदान नहीं करेंगे। इससे स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान की विदेश नीति के प्रति उनका दृष्टिकोण मित्रता और समानता पर आधारित है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शांति प्रयासों की भी सराहना की और कहा कि पाकिस्तान ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया था।

#### भविष्य की दिशा

पाकिस्तान में राजनीतिक अराजकता और तख्तापलट की चर्चाएँ न केवल राजनीतिक दलों के बीच उसकी स्थिति को प्रभावित करेंगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर भी असर डालेंगी। जब यह स्पष्ट हो जाता है कि एक सेना प्रमुख ने राजनीतिक स्थिति को लेकर किस तरह की नीति अपनाई है, तो इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।

इस बीच, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी असिम मुनीर के बयान का समर्थन किया है और वास्तविकता से दूर अफवाहों का खंडन किया है।

### निष्कर्ष

असिम मुनीर का अपने बयान में स्पष्टता रखना और राजनीतिक स्थिरता की आवश्यकता पर जोर देना यह संकेत करता है कि वे पाकिस्तान के लिए एक स्थिर भविष्य की दिशा में अग्रसर होना चाहते हैं। इस तरह के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति में गहराई से प्रभावित पहलू होंगे, जिन्हें ध्यान में रखना अत्यंत आवश्यक है।

पाकिस्तान का अगला bước क्या होगा, यह देखने के लिए संपूर्ण विश्व की नजरें उस पर रहेंगी। असिम मुनीर का इस तरह का स्पष्टता से भरा बयान निश्चित ही पाकिस्तान की राजनीति में एक नया अध्याय खोलता है।

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