Karnataka Murder Case: पत्नी को भड़काती थी सास, दामाद ने कत्ल करके 19 जगह फेंके टुकड़े, जानें…

कर्नाटक के तुमकुरु जिले के चिम्पुगनहल्ली में कई जगहों पर महिला के शव के टुकड़े मिलने के चार दिन बाद, पुलिस ने सोमवार (11 अगस्त 2025) को इस सनसनीखेज हत्या के मामले में दामाद और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया. मृतका की पहचान बेल्लावी गांव की 42 वर्षीय लक्ष्मी देवी के रूप में हुई है.
आरोपियों में दामाद डॉ. रामचंद्रैया एस. (47), उनके परिचित सतीश के. एन. (38) और किरण के. एस. (32) शामिल हैं. तीनों कल्लाहल्ली के रहने वाले हैं. 3 अगस्त को लक्ष्मी देवी अपनी बेटी तेजस्वी से मिलने निकली थीं. यह तेजस्वी की दूसरी शादी थी और वह रामचंद्रैया की पत्नी हैं. अगले दिन देवी के पति बसवराज ने बेल्लावी पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. 7 अगस्त को पुलिस को चिम्पुगनहल्ली में 19 अलग-अलग स्थानों पर बैगों में रखे शव के अंग मिलने की सूचना मिली. शुरुआती जांच में शव की पहचान मुश्किल थी, लेकिन बाद में डीएनए और पहचान प्रक्रिया से पुष्टि हुई कि वह लक्ष्मी देवी ही थीं.
जांच में कैसे फंसे आरोपी
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक मारुति सुजुकी ब्रेज़ा दिखी, जिसका इस्तेमाल शव के टुकड़े फेंकने के लिए किया गया था. यह गाड़ी सतीश के नाम पर पंजीकृत थी. सतीश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जहां उसने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया. उसके बयान के आधार पर किरण को भी गिरफ्तार किया गया. मुख्य आरोपी रामचंद्रैया हत्या के बाद धर्मस्थल में था और पूछताछ के लिए उपलब्ध नहीं था, जिससे पुलिस का शक गहरा गया.
हत्या का मकसद
पुलिस अधीक्षक अशोक के वी के मुताबिक, रामचंद्रैया अपनी सास के हस्तक्षेप से नाराज था. उसका कहना है कि लक्ष्मी देवी उनकी शादी में दखल देती थीं और पत्नी तेजस्वी को उनके खिलाफ भड़काती थी. रामचंद्रैया की पहली शादी का तलाक अभी तक फाइनल नहीं हुआ है और 2019 में उन्होंने तेजस्वी से दूसरी शादी की थी.
अब तक की जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस के पास अभी तक यह स्पष्ट जानकारी नहीं है कि शव को 19 टुकड़ों में क्यों बांटा गया और अलग-अलग जगहों पर क्यों फेंका गया. आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत में लिया गया है. हालांकि, एसपी अशोक ने यह भी साफ किया कि इस हत्या का मानव बलि से कोई संबंध नहीं है.
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