टैरिफ की अनिश्चितता के बीच भारतीय रुपये ने दिखाई ताकत, अमेरिकी डॉलर को फिर दिखाई औकात

Rupee vs Dollar: वैश्विक बाजार में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ को लेकर भले ही अनिश्चितता बरकरार हो, लेकिन भारतीय रुपये ने तेजी दिखाई है. शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट के बाद संभले शेयर बाजार के इतर मंगलवार 12 अगस्त 2025 को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 87.65 के स्तर पर खुला.
यूएस CPI इन्फ्लेशन डेटा पर नजर
विदेशी मुद्रा कारोबारियों (Forex Traders) का कहना है कि रुपया इस समय बेहद सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है. ट्रेड टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बने तनाव से अनिश्चितता बरकरार है. इधर, अमेरिकी यूएस उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मुद्रास्फिति डेटा के आने से पहले निवेशक इस समय वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. इसके साथ ही, वे 15 अगस्त को होने वाली अमेरिका और रुस के बीच बातचीत पर नजर बनाए हुए हैं.
एक दिन पहले रुपये में गिरावट
सोमवार को आयातकों की डॉलर मांग जारी रहने और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण रुपया 17 पैसे टूटकर 87.75 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, रुपये ने डॉलर के मुकाबले शुरुआती बढ़त को कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, आयातकों की डॉलर मांग और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण गंवा दिया.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.56 पर खुला और कारोबार के दौरान यह 87.48 से 87.75 के दायरे में रहा. कारोबार के अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 87.75 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 17 पैसे की गिरावट है. शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 87.58 पर स्थिर बंद हुआ था.